GROUND REPORT: तबरेज आलम से प्रेरित फिल्म था अपहरण, पढ़िए तबरेज आलम कौन था?

जमींन विवाद में हत्या की घटना , पत्नी ने दर्ज कराया नामजद मामला

फुलवारी के नोह्सा के एक प्लाट को लेकर हत्या

फुलवारी शरीफ | पटना में दिनदहाड़े कोतवाली थाना के पीछे एक तरफ जहाँ विधापति भवन में महामहिम राज्यपाल का कार्यक्रम चल रहा था वहीँ उसी इलाके सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के ख़ास और शार्प शूटर रहे जहानाबाद निवासी तबरेज आलम उर्फ़ तब्बू मियां को बेख़ौफ़ अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी और आराम से फरार हो गये |राजधानी के डाकबंगला चौराहे से लेकर कोतवाली मोड़ तक जिस इलाके में चौबीस घंटे पुलिस की आवाजाही रहती है और मुहर्रम को लेकर चाक चौबंद सुरक्षा को धत्ता बताते हुए दुहसाहसी अपराधियो ने ताबड़तोड़ चार गोलिया मार तब्बू मिया की हत्या कर पटना पुलिस चौकसी की पोल खोल दी | तबरेज बिहार के जहानाबाद के गड़ेरिया खंड इलाके का रहनेवाला था । का रहनेवाला था और फ़िलहाल पटना के फ्रेजर रोड स्थित ग्रैंड चंद्रा अपार्टमेंट में रहता था। हत्या अपहरण लूट समेत दर्जन भर से अधिक कई संगीन वारदातों में शामिल रहा तबरेज उर्फ़ तब्बू मियां को एक बार धनबाद में एके 47 के साथ पुलिस ने पकड़ा था | जहानाबाद से वह वर्ष 2010 में विधान सभा का चुनाव भी लड़ चुका है। तवरेज इन दिनों ठेकेदारी करता था । एक समय तबरेज जेल से निकलने के बाद आतंकबाद निरोधी दस्ता का संयोजक लगा बोर्ड अपनी गाड़ी पर लगाकर सरकारी बॉडीगार्ड लेकर घूमता था | करीब दो दशक से अधिक समय से सक्रिय तवरेज शहाबुद्दीन की छत्रछाया में ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था । उसपर हत्या, लूट , अपहरण के कई मामले पटना, सीवान व धनबाद में दर्ज है ।शहाबुद्दीन का करीबी होने के कारण अपराध की दुनिया में तबरेज किसी पहचान का मोहताज नहीं था और यही वजह है कि उसकी कई लोगों से अदावत थी। हाल ही उसने जहानाबाद के जायका रेस्टोरेंट से 2 करोड़ की रंगदारी मांगे जाने में भी तबरेज का नाम सामने आया था ।  तवरेज के पिता जफरउद्दीन जिया जहानाबाद के पूर्व नगर पार्षद रह चुके हैं। वह कई तरह के कारोबार में लगा हुआ था। बताया जाता है कि 2003 में ही धनबाद के वासेपुर में फहीम खान के घर पर एके 47 से हमला किया गया था। वासेपुर के रहनेवाले शब्बीर खान ने फहीम की हत्या के लिए तबरेज आलम को वासेपुर बुलाया था। फहीम के घर पर हमला कर भागने के दौरान पुलिस और तबरेज के बीच मुठभेड़ भी हुई थी जिसमें तबरेज का एक साथी मारा गया था। मनोज कमलिया हत्याकांड में भी तबरेज आरोपी था ।साल 2005 में अपहरण फिल्म बनी थी। प्रकाश झा की इस फिल्म के बारे में कहा जाता है कि उस वक्त बिहार में बढ़ रही किडनैपिंग की वारदात को लेकर यह फिल्म बनायी गयी थी। शहाबुद्दीन के खास रहे शार्प शूटर तबरेज के कैरेक्टर में नाना पाटेकर को रखा गया था । फिल्म में नाना पाटेकर को विधायक तबरेज आलम की भूमिका दी गयी थी ।
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अपराधियों को दबोचने के लिए पुलिस की कई टीमें लगी हुई है । तबरेज की हत्या अपराधियों ने उस वक्त कर दी जब वह पटना के कोतवाली थाना के नजदीक कोतवाली मस्जिद से नमाज पढ़कर बाहर निकल रहा था | मस्जिद से बहार निकल कर जैसे ही तबरेज अपनी सफारी गाडी में सवार होना चाह रहा था उसी वक्त वहां से पहले से घात लगाये अपराधियों ने तबरेज पर गोलियों की बरसात कर दी और बाईक से फरार हो गये |स्थानीय लोगों के मुताबिक दो अपराधी जो स्कूटी से थे, मौके पर रेकी कर रहे थे। दोनों अपराधी अपनी मुंह पर काले रंग की पट्टी बांध रखी थी। रेकी कर रहे अपराधी मजिस्द से निकलते ही तवरेज पर हमला बोल दिया। बाइक से भाग रहे दो अपराधियों की तस्वीर इलाके में लगे सीसीटीवी में आयी है। अपराधियों की पहचान में पुलिस जुट गयी है। मौके से पुलिस को खोखा भी मिला हैं।  पूरी तैयारी के साथ आए अपराधियों ने तबरेज को कुल चार गोलियां मारी । घायल अवस्था में इलाज के लिए तबरेज को अस्पताल भी ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी । घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर मौजूद विद्यापति भवन में राज्यपाल और डिप्टी सीएम एक कार्यक्रम में मौजूद थे। इसके लिए वहां भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था। इसके बाद भी अपराधियों ने हत्या की इस घटना को अंजाम देकर पटना पुलिस को बड़ी चुनौती दी है।
मृतक की पत्नी ने जो प्राथमिकी दर्ज करायी है उसमे बताया गया है की  फुलवारीशरीफ के नौसा में जमीन को लेकर तबरेज का विवाद चल रहा था । एक ही प्लॉट पर तबरेज और डब्लू मुखिया दोनों की नजर थी । शुरुआती तफ्तीश में हत्या का कारण जमीन विवाद सामने रहा है। तबरेज की पत्नी समां प्रवीण ने तीन लोगों पर मामला दर्ज कराया है।  सब्जीबाग का रहनेवाला डब्लू मुखिया , अरवल का  रूमी मल्लिक , जहानाबाद का  फारूक आजम और  बेला चाकन का अंजार खान को नामजद कराया गया है | अंजार खान वर्तमान में पटना के कुल्हड़िया कॉम्प्लेक्स में रहता है।

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