लालू परिवार पर हमलावर थे पप्पू यादव, प्रवक्ताओं को बहुत कुछ कह डाला

पटना। जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद पप्पू यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी समान विचारधारा की पार्टियों के साथ गठबंधन कर तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन राजद के साथ कोई समझौता नहीं होगा। हालांकि कांग्रेस के साथ वैचारिक संबंध है। पटना में पत्रकारों से चर्चा में सांसद ने कहा कि राजद की पहचान लालू यादव से है और लालू यादव के साथ ही राजद समाप्त हो जाएगा। लालू यादव आज जिस हाल में हैं, उसके लिए उनका परिवार जिम्मेवार है। उन्होंने बिना नाम लिये लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि सोने का चम्मच लेकर अनुकंपा पर राजनीति करने वाले हमें एजेंट बताते हैं, जबकि आंदोलन के दौरान खुद सोने के कटोरे में खीर खाकर बाद में आते हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि 1990 में लालू यादव की सरकार भाजपा के सहारे ही बनी थी। सांसद ने कहा कि लालू यादव का मैं सम्मान करता हूं, लेकिन खुद उनके परिवार का एक भी सदस्य नहीं चाहता है कि वे जेल से निकले। सब चाहते हैं लालू यादव का सर्वनाश हो जाये।
उन्होंने राजद पर भाजपा के साथ आंतरिक गठबंधन करने का आरोप लगाया और कहा कि राजद ने लगातार अल्पसंख्यकों व यादवों का इस्तेमाल और भाजपा का डर दिखा कर राजनीति की है। ऐसे लोग भी आज हमें एजेंट कहते हैं, जिससे अपना घर नहीं संभल रहा है। इसलिए हमने उन सब पर क्रिमिनल नोटिस भी भेजा है। उन्होंने कहा कि राजद और जदयू में दलाल लोग आज प्रवक्ता बने हुए हैं। यही दलाल प्रवक्ताओं ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को कमजोर किया है। सांसद ने कहा कि हम सिर्फ जनहित के सवालों पर संघर्ष करते हैं। हम जनता के हर सवालों को लेकर खड़े हैं और इसी को लेकर कल मुजफ्फरपुर से नारी बचाओ पदयात्रा का दूसरा चरण शुरू करेंगे और 16 तारीख को पटना में शहीद स्मारक पर यह पदयात्रा समाप्त होगी। फिर 20 सितंबर से मेडिकल माफिया के खिलाफ लड़ाई की शुरूआत करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में 3 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, वो भी उनके साथ जिससे वैचारिक सहमति होगी। हालांकि पप्पू यादव ने फिलहाल उन तीन सीटों के नाम नहीं बताये।

पक्ष-विपक्ष के बयानवीर प्रवक्ताओं की संपत्ति की हो जांच:प्रेमचंद सिंह

इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने सांसद पप्पू यादव पर जदयू प्रवक्ताओं की बयानबाजी पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि ये प्रवक्ता बतायें कि उनके दल के अनंत सिंह, सुनील पांडे, हुलास पांडे, धूमल सिंह आदि के बारे में भी तो बोल लें। दूसरों पर सवाल उठाने वालों को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। आखिर क्या वजह है कि संजय सिंह ने लोजपा से राजनीति शुरू की और रामविलास पासवान का नाक में दम कर दिया। अब नीतीश कुमार को परेशान कर रहे हैं। नीरज कुमार चुनाव लड़ें, मगर क्वार्टर हजार वोट भी नहीं ला पाये। आज इनके पास अकूत संपत्ति है। यह कैसे आ गई। हम मांग करते हैं कि पक्ष-विपक्ष के ऐसे बयानवीर प्रवक्ताओं की संपत्ति की जांच हो।

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