November 12, 2025

पटना में गोलीबारी का आरोपी गिरफ्तार, हथियार और दो कारतूस बरामद, बाइक जब्त

पटना। जिले के धनरूआ थाना क्षेत्र के सिंगरामपुर गांव में मंगलवार को हुए गोलीकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। पड़ोसी विवाद से उपजे इस हिंसक घटनाक्रम में योगेश्वर प्रसाद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी धीरज कुमार को मात्र 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
गोलीबारी से गांव में दहशत, घायल व्यक्ति अस्पताल में भर्ती
धनरूआ थाना क्षेत्र के सिंगरामपुर गांव में बीते दिन दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने गोली चला दी। गोली लगने से योगेश्वर प्रसाद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक, घायल की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन उन्हें कुछ दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। घटना की सूचना मिलते ही धनरूआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल को घेर लिया। पुलिस ने मौके से कई अहम सबूत भी जुटाए हैं, जो आगे की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
आरोपी धीरज कुमार गिरफ्तार, हथियार और कारतूस बरामद
धनरूआ थाना प्रभारी आलोक कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपी धीरज कुमार को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। साथ ही, आरोपी के पास से एक मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है, जिसके नंबर प्लेट में छेड़छाड़ के स्पष्ट संकेत मिले हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि विवाद जमीन को लेकर था, जो पिछले कुछ महीनों से चल रहा था। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि घटना में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं।
फोरेंसिक जांच और कानूनी प्रक्रिया शुरू
पुलिस ने जब्त किए गए हथियार और मोटरसाइकिल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। विशेषज्ञों की टीम यह पता लगाएगी कि बरामद हथियार से कितनी गोलियां चलाई गईं और क्या यह वही हथियार है, जिससे योगेश्वर को गोली लगी थी। इसके साथ ही मोटरसाइकिल के असली मालिक और उसके इस्तेमाल की जांच भी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके साथ ही गवाहों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की आगे की कानूनी प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
इलाके में बढ़ाई गई पुलिस गश्त
घटना के बाद से पूरे सिंगरामपुर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। थाना प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह या दोबारा हिंसा की स्थिति न बने। गश्ती दल लगातार गांव और आसपास के इलाकों में निगरानी कर रहे हैं। थाना प्रभारी आलोक कुमार ने बताया कि “हमारी प्राथमिकता पीड़ित की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना है। आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं ताकि उसे कानून के तहत सजा मिल सके।”
स्थानीय नागरिकों से पुलिस ने मांगा सहयोग
पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत थाना को दें। थाना प्रभारी ने कहा, “ऐसी घटनाओं की रोकथाम तभी संभव है जब आम लोग पुलिस के साथ सहयोग करें। हम हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।” उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग भयमुक्त रहें क्योंकि पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए चौकसी बढ़ा दी गई है और रात्रि गश्त को भी मजबूत किया गया है।
घटना की पृष्ठभूमि और पुलिस की तत्परता
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, योगेश्वर प्रसाद और आरोपी धीरज कुमार के बीच जमीन के हिस्से को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। मंगलवार को दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर फिर से कहासुनी हुई, जिसके बाद धीरज ने गुस्से में गोली चला दी। गोली लगने से योगेश्वर जमीन पर गिर पड़े, जिसके बाद आसपास के लोगों ने अफरा-तफरी में आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह मौके से फरार हो गया था। धनरूआ थाना पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत छापेमारी अभियान शुरू किया। पुलिस ने संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी और बुधवार सुबह आरोपी को उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया।
प्रशासन ने दिखाई तत्परता, कानून-व्यवस्था पर जोर
धनरूआ थाना प्रभारी आलोक कुमार ने कहा कि इस तरह के मामलों में देरी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह है कि अपराधी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए ताकि लोगों का भरोसा बना रहे। हमारी टीम ने पूरी रात काम किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।” उन्होंने यह भी बताया कि मामले की तफ्तीश में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने हथियार कहां से हासिल किया था और क्या कोई अवैध हथियार गिरोह इसमें शामिल है। सिंगरामपुर गांव की यह घटना इस बात का संकेत है कि पुलिस की तत्परता और जनता के सहयोग से अपराध पर नियंत्रण संभव है। पुलिस की तेज कार्रवाई ने न केवल आरोपी को गिरफ्तार किया, बल्कि ग्रामीणों में विश्वास भी कायम किया। फिलहाल, आरोपी न्यायिक हिरासत में है और मामले की आगे की जांच फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद और स्पष्ट हो जाएगी। धनरूआ थाना प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, और पीड़ित परिवार को हर संभव न्याय दिलाया जाएगा।

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