मसौढी: घर में घुस आंगन में सो रहे 40 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्‍या

पत्‍नी ने पांच के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी, आरोपी फरार

संवाद सहयोगी, मसौढी। थाना के तिसखोरा गांव में बीते गुरूवार की देर रात अपने घर के आंगन में सो रहे 40 वर्षीय एक युवक सह भाकपा (माले) कार्यकर्ता को पांच बदमाशों ने गोली मारकर हत्‍या कर दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर लिया और शुक्रवार को उसे पोस्‍टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। पुलिस ने मौके से दो खोखा भी बरामद किया है। इधर मृतक बिलटू रविदास की पत्नी सुनीता देवी ने पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। सभी आरोपी फिलहाल फरार बताए जाते हैं। घटना का कारण प्रतिशोधात्‍मक कारवाई बताया जाता है। मिली जानकारी के मुताबिक तिसखोरा गांव के दिवंगत बाढू रविदास का पुत्र बिलटू रविदास बीते गुरूवार की रात अपने घर के आंगन में खटिया पर सो रहा था। उसकी पत्नी सुनीता देवी अपने बच्‍चों के साथ कमरे में सो रही थी। इसी बीच देर रात तीन बदमाश घर के अंदर घुस आए और दो बाहर में चौकसी करते रहें। बदमाशों ने सो रहे बिलटू रविदास की कानपटी में एक गोली व बांह में एक गोली मारी और निकल भागें। गोली की आवाज सुन उसकी पत्‍नी सुनीता देवी अपने कमरे से निकलीं और अपने पति को छटपटाते देख पास के एक दूसरे मकान में रहें अपने जेठ विनय रविदास को घटना की सूचना दी। इसी बीच बिलटू ने दम तोड दिया1 इधर मौके पर विनय रविदास पहुंचा ओर अपने अनुज बिलटू रविदास को मृत पाया। सूचना पाकर आनन फानन में मौके पर एसडीपीओ सोनू कुमार राय ,थानाध्‍यक्ष शंभू यादव दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को बरामद कर लिया। पुलिस ने मौके से दो खोखा भी बरामद किया है। इधर इस संबंध में सुनीता देवी ने गांव के मथुरा रविदास, अशोक रविदास व मुसाफिर रविदास और नौबतपुर थाना के करंजा गांव के सूरज पासवान व पिपलावां गांव के नंदलाल पासवान के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। बताया जाता है कि फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी।

प्रतिशोध में की गई बिलटू रविदास की हत्‍या

बिलटू रविदास की पत्‍नी सुनीता देवी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के मुताबिक उसके पति की हत्या बदले की कारवाई में की गई है। बताया जाता है कि तिसखोरा गांव के मथुरा रविदास के सहोदर योगेंद्र रविदास की हत्‍या वर्ष 2005 में गांव में ही गोली मारकर कर दी गई थी और इसमें बिलटू रविदास व उसका बडा भाई विनय रविदास आरोपी थे। योगेंद्र रविदास की हत्‍या के मामले में दोनों जेल गए थे और इस मामले में बिलटू को तीन साल की सजा व विनय को आजीवन कारावास की सजा मिली थी। बिलटू बीते कुछ माह पूर्व ही सजा काट घर लौटा था जबकि विनय पेरौल पर था।

विनय रविदास भी शक के घेरे में

पुलिस बिलटू रविदास की हत्‍या के मामले में उसकी पत्‍नी सुनीता देवी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में घटना के कारण प्रतिशोधात्‍मक कारवाई की जांच तो कर ही रही है। साथ ही पुलिस को बिलटू के बडे भाई विनय रविदास पर भी इस मामले को लेकर शक है। इस बाबत थानाध्‍यक्ष शंभू यादव ने बताया कि योगेंद्र की हत्‍या के मामले में बिलटू को तीन साल व विनय को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। और बिलटू अपनी सजा काट घर लौट आया था। इससे इस आशंका को बल मिलता है कि कहीं सजा को लेकर विनय के मन में बिलटू के प्रति ईष्‍याभाव तो नहीं था और इस ईर्ष्‍या में उसने बिलटू की हत्या करा दी। थानाध्‍यक्ष ने बताया कि इन दोनों बिंदुओं पर पुलिस छानबीन कर रही है और पुलिस शीघ्र ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंच जाएगी।

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