PATNA : प्रत्येक वार्ड की जवाबदेही अब सीनियर डॉक्टरों पर, डेडीकेटेड डॉक्टर्स की रहेगी टीम
बांसघाट पर 24 घंटे अंतिम संस्कार करने की अनुमति
डॉक्टर्स की ड्यूटी 8 घंटे से घटाकर 4 से 6 घंटे ही सुनिश्चित करें
डेडबॉडी के ट्रांसपोर्टेशन के लिए अतिरिक्त वाहन कराया गया उपलब्ध

पटना। वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से मीडिया को संबोधित करते हुए पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदम को लेकर जानकारी दी।
पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पटना में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है, जिसे देखते हुए सरकार ने कई आवश्यक कदम उठाये हैं। पीएमसीएच, एनएमसीएच एवं एम्स पटना में कोविड-19 के मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा आईएएस, आईपीएस तथा पांच बीएएस पदाधिकारियों को इन तीनों जगहों पर प्रतिनियुक्त किया गया है। कल से कंट्रोल रूम पूरी तरह से फंक्शनल है। लोगों की जो भी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उस पर त्वरित संज्ञान लेकर वे अगे्रत्तर कार्रवाई कर रहे हैं। पिछले दिनों एनएमसीएच में शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद वहां कंट्रोल रूम सेटअप किया गया और डॉ. विनोद सिंह नए अधीक्षक के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वार्ड की जबाबदेही अब सीनियर डॉक्टर की होगी। प्रत्येक वार्ड में डेडीकेटेड डॉक्टर्स की टीम रहेगी, जो दिन में 6 बार वार्ड में विजिट कर मरीजों का इलाज करेंगे। एनएमसीएच के हर वार्ड में 24 घंटे डॉक्टर्स की टीम रहेगी। उन्होंने बताया कि पीपीई किट्स पहनकर अधिक देर तक रहना काफी मुश्किल होता है इसलिए राज्य सरकार ने यह छूट दी है कि मेडिकल कॉलेज में अधीक्षक आवश्यकतानुसार डॉक्टर्स की ड्यूटी 8 घंटे से घटाकर 4 से 6 घंटे ही सुनिश्चित करें। एनएमसीएच के आईसीयू वार्ड को और अधिक बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा कई आवश्यक कदम उठाये गये हैं। आॅक्सीजन की पाइपलाइन 165 बेड्स तक पहुंचा दी गयी है। बीएमएसआईसीएल के द्वारा अन्य बेडों तक पाइपलाइन बिछाने का काम भी आज से प्रारंभ कर दिया गया है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि पीएमसीएच और एनएमसीएच में सीसीटीवी कैमरे अधिष्ठापित किये गये हैं ताकि कंट्रोल रूम से भी निगरानी की जा सके। वहीं डेडबॉडी डिस्पोजल करने या परिजनों को सुपुर्द करने में समस्या न हो, इसके लिए जो मजदूर वहां इस काम को करते हैं, उन्हें प्रति डेडबॉडी अतिरिक्त 500 रुपये इंसेंटिव के रूप में दिये जायेंगे। डेडबॉडी के ट्रांसपोर्टेशन के लिए राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त वाहन भी उपलब्ध करा दिये गये हंै ताकि लोगों को इंतजार नहीं करना पड़े। बांसघाट पर 24 घंटे अंतिम संस्कार करने की अनुमति भी दी गयी है। पहले रात्रि में ही अंतिम संस्कार होते थे। नगर निगम के कर्मचारी भी वहां तैनात किये गये हैं ताकि अंतिम संस्कार में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। डॉक्टर्स की ड्यूटी चार्ट भी नोटिस बोर्ड पर लगायी जायेगी, जिसका लगातार फॉलोअप किया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा आज पीएमसीएच में 25 और वेंटीलेटर उपलब्ध करा दिये गये हैं। इसके इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है। चिकित्सकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट्स उपलब्ध हैं और इसकी कमी न हो इस संबंध में अधीक्षक को निर्देश दिये गये हैं।

