पशुपति पारस को 7 दिनों में खाली करना होगा पार्टी का कार्यालय, विभाग ने दिया अल्टीमेटम

पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को पार्टी कार्यालय वन व्हीलर आवास खाली करना होगा। आवास खाली नहीं होने की स्थिति में जबरन खाली कराया जाएगा। भवन निर्माण विभाग ने 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है। भू-संपदा पदाधिकारी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम से पत्र जारी किया है। विभाग ने पत्र में लिखा, ‘विभागीय एक्ट 1956 की धारा(4) के का शक्ति का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय लोजपा अध्यक्ष को निर्देश दिया जाता है कि आदेश की कॉपी मिलने के 7 दिनों के अंदर आवास संख्या 1 व्हीलर रोड, शहीद पीर अली खान मार्ग, पटना को खाली करें। निर्धारित समय में आवास खाली नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। पूरी सख्ती के साथ इसे खाली कराया जाएगा।’
8 जुलाई को चिराग की पार्टी को किया अलॉट
आरएलजेपी के पास पटना में एक पार्टी का कार्यालय ही बचा था। भवन निर्माण विभाग ने पहले राष्ट्रीय लोजपा को बिहार का प्रदेश कार्यालय खाली करने का आदेश 13 जून 2024 को जारी किया था। फिर 8 जुलाई को एक नया आदेश जारी कर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को अलॉट कर दिया। इसके बाद भी पशुपति पारस ने आवास खाली नहीं किया था। भवन निर्माण विभाग के उपसचिव सह भू-संपदा अधिकारी ने 28 सितंबर 2024 को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिमांडर जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि आवंटित आवास वन व्हीलर रोड को आप खाली कर दें। आपका अलॉटमेंट रद्द कर दिया गया है। विभाग की मानें तो बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी का अस्तित्व नहीं है। वन व्हीलर आवास में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का कार्यालय बना हुआ है। जबकि यह आवास लोक जनशक्ति पार्टी को आवंटित हुआ था। जिसे अब रद्द कर दिया गया है। ऐसे में सक्षम प्राधिकार जबरन आवास को खाली करने के लिए अधिकृत है। पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति कोर्ट में आवास को लेकर गई थी, जहां से उन्हें स्टे नहीं मिला। लिहाजा, भवन निर्माण विभाग का सक्षम प्राधिकार आवास को खाली कराएगा। विभाग का सक्षम प्राधिकार भवन निर्माण विभाग के विशेष सचिव की अध्यक्षता में गठित है।
पार्टी के स्थापना से वन व्हीलर रोड आवास कार्यालय
लोक जनशक्ति पार्टी के गठन के बाद से ही वन व्हीलर रोड स्थित आवास पार्टी का कार्यालय रहा है। भवन निर्माण विभाग ने 30 जून 2006 में इस आवास को लोक जनशक्ति पार्टी को अलॉट किया था। उस समय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान थे। 14 जून 2021 को रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी टूट गई। पार्टी के पांच सांसद- पशुपति कुमार पारस, चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा देवी, चंदन सिंह और प्रिंस राज ने मिलकर राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को सभी पदों से हटा दिया। इसके साथ ही चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस को अपना नेता चुन लिया। यह सब बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के सात महीने और रामविलास पासवान के निधन के आठ महीने बाद हुआ।
