जातीय जनगणना पर पप्पू यादव का बड़ा बयान, बोले- लालू-नीतीश को इससे कोई मतलब नही, वे बस अपनी राजनीतिक दुकान चला रहे

पटना। बिहार में एक बार फिर जातीय जनगणना को लेकर हलचल तेज है। हाल ही में इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुलाकात हुई है। इस मुलाकात में में सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव को जातीय जनगणना कराने का भरोसा दिया है। वहीं दूसरी ओर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने जातीय जनगणना को लेकर लालू यादव और नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। पप्पू यादव ने कहा है कि लालू और नीतीश को जातीय जनगणना से कोई मतलब नहीं है। ये दोनों अपनी राजनीतिक दुकान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों के पास गंभीर और परिपक्व राजनीति करने का कोई रास्ता नहीं है। दोनों मिलने के लिए रास्ता बना रहे हैं। ये समाज को भटकना चाहते हैं। वहीं 67वीं बीपीएससी परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने के मामले पर पप्पू यादव ने कहा कि सत्ता और विपक्ष कोई इस मुद्दे पर बात नहीं कर रहा है। दोनों भाग रहे हैं।
जो दस मिनट धूप में खड़े नही हो सकते वे क्या संषर्ष करेगें
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने बिना नाम लिए तेजस्वी यादव को राजनीति का नवसिआ बताया है। उन्होंने कहा कि जिसको संषर्ष का पता नहीं, जो गया से एक किलोमीटर साइकिल नहीं चल पाए वह क्या बात करेंगे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के पास 10 मिनट धूप में खड़े रहने की हिम्मत और क्षमता नहीं है। पप्पू यादव ने कहा कि ये लोग जनता से बार बार झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह का भी जिक्र किया। पप्पू यादव ने कहा कि अमित शाह ने तो स्वीकार कर लिया था कि जुमला था। जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लालू यादव जी हमेशा किंग मेकर की भूमिका में रहे। देवगौड़ा और गुजराल जी को उन्होंने प्रधानमंत्री बनाया और बिहार में भी लालू जी की सरकार थी तो जातीय जनगणना किसने रोका। उन्होंने कहा कि उस वक्त न तो बीजेपी कि सरकार थी और ना ही कोई और था। लालू यादव कांग्रेस के साथ 10 साल रहे, रेल मंत्री रहे। उस समय विशेष दर्जा और विशेष पैकेज क्यों नहीं ले पाए।

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