औरंगाबाद में करंट लगने से 12 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत, आम तोड़ने के दौरान हुआ हादसा
औरंगाबाद। जिले के अंबा थाना क्षेत्र अंतर्गत नबीनगर रोड स्थित अंबा बाजार में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे में 12 वर्षीय बच्चे की जान चली गई। चिल्हकी टोले सोना बिगहा निवासी गोविंद भुइयां का बेटा एक भवन की छत पर आम तोड़ने चढ़ा था, जहां वह 11 हजार वोल्ट के हाई टेंशन तार की चपेट में आ गया। करंट लगते ही बालक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस हृदयविदारक घटना के बाद इलाके में कोहराम मच गया। घटना इंडियन बैंक की छत पर उस समय हुई जब मृतक बालक सुबह आम तोड़ने के लिए चढ़ा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आम का पेड़ बैंक की छत के करीब है, और हाई टेंशन तार भी बहुत पास से गुजरता है। बालक जैसे ही आम तोड़ने के प्रयास में पेड़ की ओर बढ़ा, उसका संपर्क अचानक पास से गुजर रहे तार से हो गया और वह झुलस गया। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और शव को देख रो-रोकर बेहाल हो गए। मृतक पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था। परिवार पहले से ही एक बेटे को नदी में डूबने से खो चुका है। अब इस हादसे ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। घटना के बाद स्थानीय लोग और मृतक के परिजन आक्रोशित हो उठे। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले भी इस इलाके में इसी तरह के हादसे हो चुके हैं। पिछले वर्ष भी पास के ही मकान में किरायेदार के बेटे की करंट लगने से मौत हुई थी, लेकिन विभाग ने तारों की मरम्मत नहीं कराई। लोगों ने सवाल उठाया कि जब यह क्षेत्र रिहायशी है और पास में बैंक और कई मकान हैं, तो फिर हाई वोल्टेज तारों को सुरक्षित ढंग से क्यों नहीं हटाया गया। गुस्साए ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव को उठाने से इनकार कर दिया और प्रदर्शन शुरू कर दिया। घंटों तक हंगामे की स्थिति बनी रही। बाद में बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा मुआवजे और जांच का आश्वासन दिए जाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। घटना पर अंबा थाना के पुलिस अधिकारी सुमित सुमन ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग से रिपोर्ट तलब की जाएगी और यदि लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में बिजली विभाग की उदासीनता और असुरक्षित विद्युत संरचना पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि हाई टेंशन तारों को सुरक्षित ऊंचाई पर ले जाया जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। फिलहाल गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है और पीड़ित परिवार गहरे सदमे में है।


