October 29, 2025

पटना में करंट लगने से युवक की दर्दनाक मौत, दूध निकालते समय हादसा, परिवार में पसरा मातम

पटना। जिले के फतुहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रसलपुर गांव में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा घटा। इस हादसे में 23 वर्षीय युवक गुलशन कुमार की करंट लगने से मृत्यु हो गई। गुलशन कुमार गांव के ही निवासी रामवचन यादव के पुत्र थे। यह घटना उस समय हुई जब गुलशन अपने घर के दालान में रोज की तरह भैंस का दूध निकाल रहे थे।
दूध निकालते समय करंट का झटका
परिजनों के अनुसार, दूध निकालते समय गुलशन अनजाने में एक करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ गए। यह तार संभवतः आसपास फैले बिजली के जर्जर या खुले तारों में से एक रहा होगा। जैसे ही वह तार की चपेट में आए, उन्हें जोरदार झटका लगा और वह मौके पर ही मूर्छित होकर गिर पड़े। चूंकि यह घटना रात में हुई, इसलिए घरवालों को तत्काल इस दुर्घटना की जानकारी नहीं मिल सकी।
अस्पताल पहुंचने तक हो चुकी थी मौत
कुछ समय बाद जब परिजनों ने देखा कि गुलशन काफी देर से एक ही स्थिति में पड़े हैं और उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं हो रही है, तो उन्हें तुरंत फतुहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां मौजूद चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि गुलशन की मौत करंट लगने से पहले ही हो चुकी थी।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जैसे ही अस्पताल में गुलशन की मौत की पुष्टि हुई, परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। मां-बाप, भाई-बहन और अन्य परिजन बिलख उठे। अस्पताल परिसर चीख-पुकार और मातम में बदल गया। दुख इतना गहरा था कि परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से भी इनकार कर दिया। वे शव को सीधे अपने गांव वापस ले आए।
गांव में पसरा मातम और सन्नाटा
गुलशन की मौत की खबर पूरे रसलपुर गांव में आग की तरह फैल गई। पड़ोसी और ग्रामीण भी इस दुखद समाचार से स्तब्ध रह गए। एक होनहार और मेहनती युवक की असमय मृत्यु ने पूरे गांव को शोकाकुल कर दिया। जो युवक अभी अपने जीवन की शुरुआत ही कर रहा था, उसका इस प्रकार असामयिक अंत सभी को झकझोर गया।
सावधानी की आवश्यकता
यह हादसा न सिर्फ एक परिवार की व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि यह हमारे समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि बिजली से जुड़ी सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है। अक्सर देखा जाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में खुले तार या असुरक्षित विद्युत व्यवस्था आम होती जा रही है, जिससे इस प्रकार के हादसे होते हैं। यह समय है जब स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। गुलशन कुमार की मौत एक बेहद दर्दनाक और सोचने पर मजबूर करने वाली घटना है। यह केवल एक युवक की मृत्यु नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज की एक अपूरणीय क्षति है। इस तरह के हादसों से बचाव के लिए न केवल जनजागरूकता जरूरी है, बल्कि बिजली विभाग और प्रशासन की जवाबदेही भी उतनी ही अहम है। इस त्रासदी से सबक लेते हुए हमें भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में सजग प्रयास करने होंगे।

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