November 18, 2025

दरभंगा में नवरात्रि में बड़ा हादसा, टंकी से गिरकर युवक की दर्दनाक मौत

दरभंगा। देशभर में नवरात्रि का पर्व श्रद्धा और भक्ति के माहौल में मनाया जा रहा है। दरभंगा जिले में भी इस पर्व की तैयारियां जोरों पर थीं। गांव-गांव में पूजा पंडाल सजाए जा रहे थे और भक्त पूरे उत्साह से देवी दुर्गा की आराधना में लगे थे। लेकिन इसी बीच बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई, जिसने त्योहार की खुशियों को मातम में बदल दिया।
लाइट लगाने के दौरान हादसा
गोविंदपुर गांव स्थित श्रीराम जानकी मंदिर परिसर में दुर्गा पूजा की सजावट का कार्य चल रहा था। मंदिर परिसर में पानी की टंकी पर झालर और लाइट लगाने का जिम्मा स्थानीय युवक श्याम सुंदर ने संभाला था। वह सजावट के कार्य में व्यस्त था कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह ऊंचाई से नीचे गिर पड़ा। गिरते ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस अप्रत्याशित हादसे ने पूरे माहौल को गमगीन कर दिया।
मृतक की पहचान और परिवार का हाल
हादसे में जान गंवाने वाले युवक की पहचान अशोक कमती के बेटे श्याम सुंदर के रूप में हुई। श्याम सुंदर अपने गांव में सक्रिय और सहयोगी स्वभाव के लिए जाना जाता था। परिवार को जैसे ही यह खबर मिली, उनके घर में कोहराम मच गया। मृतक के पिता ने बताया कि वे घर पर चाय पी रहे थे, तभी किसी ने आकर उन्हें हादसे की सूचना दी। जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि उनका बेटा टंकी से गिरा पड़ा था और उसकी सांसें थम चुकी थीं।
पूजा पंडाल में अफरातफरी
दुर्गा पूजा की तैयारियों में जुटे लोगों के लिए यह घटना किसी सदमे से कम नहीं थी। जैसे ही युवक गिरा, पंडाल में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोग घटना को देखकर घबरा गए और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। श्रद्धा और उल्लास का जो वातावरण था, वह अचानक शोक और सन्नाटे में बदल गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही बहादुरपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) भेज दिया। साथ ही, हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सुरक्षा के कौन से उपायों की कमी इस हादसे की वजह बनी।
गांव में शोक की लहर
श्याम सुंदर की असामयिक मृत्यु ने पूरे गांव को गहरे दुख में डाल दिया। नवरात्रि का जो पर्व पूरे क्षेत्र में उल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा था, अब वहां मातम पसरा हुआ है। गांव के लोग शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं। हर कोई यही कह रहा है कि यह हादसा बेहद दर्दनाक है और इसे रोका जा सकता था यदि सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाता।
परिजनों का दर्द
परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के पिता ने कहा कि उन्हें कभी अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा सजावट के कार्य के दौरान इस तरह अपनी जान गंवा देगा। वे यह बताते हुए टूट पड़े कि श्याम सुंदर दुर्गा पूजा की तैयारियों को लेकर बहुत उत्साहित था और हर साल मंदिर में सेवा करता था। इस बार भी वह लाइटिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था, लेकिन किसे पता था कि यही उसकी आखिरी सेवा होगी।
सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
इस घटना ने त्योहारों के दौरान होने वाली तैयारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लाइट और सजावट के लिए ऊंचाई पर काम करने वाले लोगों के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय जैसे रस्सी, हेलमेट और बेल्ट उपलब्ध नहीं कराए जाते। ऐसे में जरा सी चूक भी जानलेवा साबित हो सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रशासन और आयोजकों को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सख्त सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। दरभंगा की यह घटना नवरात्रि की खुशियों के बीच एक गहरे सदमे के रूप में सामने आई है। श्याम सुंदर की मौत ने जहां उसके परिवार को तोड़कर रख दिया है, वहीं पूरे गांव को भी गमगीन कर दिया है। यह हादसा इस बात की सीख भी देता है कि त्योहारों की तैयारियों में उत्साह जितना जरूरी है, उतना ही आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन भी है। श्रद्धा और उत्सव तभी सुरक्षित रह सकते हैं जब तैयारी के साथ जिम्मेदारी भी निभाई जाए।

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