मुख्यमंत्री ने उद्यमी योजना के 4671 लाभार्थियों को प्रदान की राशि, बापू सभागार में हुआ कार्यक्रम

- नीतीश ने फिर की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, केंद्र सरकार पर जमकर किया हमला
- सीएम नीतीश बोले- अगर केंद्र बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देगी तो हम यात्रा पर निकालकर आंदोलन करेंगे
पटना। सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में युवा उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए स्कीम की पहली किस्त दी गई। इस दौरान प्रत्येक लाभुकों को डेढ लाख रुपए दिए गए। सीएम नीतीश कुमार ने 4, 671 लाभार्थियों को योजना की राशि दी। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना 2023-24 के तहत जिन लाभुकों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है उन्हें गुरुवार को पहली किस्त की राशि दी गई। उद्योग विभाग ने राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में गुरुवार को एक दिवसीय उम्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिन लाभुकों का फेज 1 का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है और जिन्होंने चालू खाता पोर्टल पर अपलोड कर दिया है, उन्हें प्रथम किस्त दी गई। इसमें 2023-24 के सभी प्रशिक्षण प्राप्त लाभुकों को कार्यक्रम में भाग लेना है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना 2023-24 के सभी घटकों में लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लक्ष्य के अनुसार शेष लाभार्थियों का चयन चार दिसंबर को कंप्यूटर लॉटरी से किया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को राज्य सरकार की ओर से कुल 10 लाख रुपये की मदद की जाती है। पहली किस्त में 4 लाख, दूसरी में 4 लाख और तीसरी में 2 लाख रुपये आते हैं। पिछले वर्ष यानी 2022-23 योजना की तीसरी किस्त के लिए आवेदन शुरू कर दिया गया है। इस दौरान इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने भाग लिया जिनमें उद्योग मंत्री समीर महासेठ, संसदीय कार्य और वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी समेत बिहार के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत कई मुख्य सचिव शामिल थे।
सीएम नीतीश बोले- अगर केंद्र बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देगी तो हम यात्रा पर निकालकर आंदोलन करेंगे
नीतीश कुमार ने एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार नहीं देगी तो मैं आंदोलन शुरू करने वाला हूं। राज्य में विशेष दर्जे के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वो यात्रा पर भी निकलेंगे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने इस दौरान केन्द्र सरकार की योजनाओं पर भी सवाल उठाया। उन्होंने जोर दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तंज करते हुए कहा कि केंद्र से तो हम इतना ही ना मांग करते हैं भाई अरे इतना सब कुछ काम हम कर दिए तो एक काम आप भी कर दीजिए। कितना कितना आज जरूरत है लोगों को मदद करने का। 5 साल लग जाएगा सभी का उत्थान करने में। तो हम कह रहे हैं अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दीजिएगा तो काम तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र से तो हम हमेशा से ही एक ही चीज़ मांगे हैं और अगर वो दे देते तो कितना काम हो जाता है। इतना काम हम किए हैं और काम हो जाता है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम कह रहे हैं यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाएगा तो जो विकास 5 साल में होना है वह दो ही साल में हो जाएगा।
बिहार लोकतंत्र की जननी, हम तो बस यही चाहते हैं कि यह विकास कार्यों में तेजी से आगे बढ़े
सीएम नीतीश ने कार्यक्रम के संबोधन में कहा कि आप सभी बिहार का इतिहास जानते हैं ना जी, यह कितनी पावन भूमि रही है, इसका अपना एक धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास रहा है। दुनिया में सबसे पहले लोकतंत्र की शुरुआत बिहार से हुई यह कितनी अच्छी बात है लेकिन आज बिहार विकास के कार्यों में अन्य राज्यों की तुलना में पीछे है हम तो बस यही चाहेंगे कि केंद्र वाला जल्दी से जल्दी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे ताकि यहां पर विकास का काम और भी अधिक तेजी से हो। हम तो पिछले कई वर्षों से इस बात की मांग कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे लेकिन अब अगर उन्होंने बिहार के बारे में नहीं सोचा तो हम लोग बिहार सरकार के कामों को गांव गांव शहर शहर घूम-घूम कर लोगों को बताएंगे और केंद्र को इस बात का एहसास कराएंगे की बिहार के विकास के बिना आप लोग देश के विकास की कल्पना नहीं कर सकते। अब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने में देर नहीं करना चाहिए अगर देर हुई तो हम लोग सब कोई मिलकर इसके लिए एक आंदोलन शुरू करेंगे और इसके लिए पूरे देश में यात्रा निकाली जाएगी। नीतीश कुमार ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब से यह लोग सरकार में आए हैं कोई विकास का काम नहीं कर रहे केवल प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं। इन लोगों ने बिहार के विकास के लिए कोई भी विशेष योजना नहीं बनाई लेकिन अब हम लोग चुप नहीं बैठेंगे बहुत जल्द बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए एक बड़े आंदोलन की शुरुआत होगी।
नीतीश कुमार ने मंच से लगाई अधिकारी को फटकार, सब मोबाइल में लगे रहते है
इसी बीच, एक योजना को लेकर मुख्यमंत्री की नाराजगी भी देखने को मिली। नीतीश कुमार ने कहा कि, ”हम तो बीच-बीच योजना का रिव्यू करते रहते हैं। उद्यमी योजना का भी रिव्यू कर रहे थे तो पता चला कि अल्पसंख्यक वाला विभाग में अभी काम हुआ ही नहीं है। लेकिन आज मैंने विभाग के अधिकारियों को बुलाया था। वे लोग क्यों नहीं आए पता नहीं। मंच से नीतीश कुमार ने इशारा करते हुए पूछा कि काहे नहीं आया, पटना में नहीं है क्या, बाहर गया हुआ है। वहीं इस दौरान पंक्ति में आगे बैठे लोगों की तरफ इशारा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मोबाइल में क्या देख रहा हैं जी? ईसब तो मोबाइल पर ही देखता रहता है। इसके बाद नीतीश ने कहा कि जिस दिन अधिकारी पटना आएंगे, उस दिन बुलाइयेगा। नीतीश कुमार ने आगे कहा कि, अल्पसंख्यकों के लिए हम लोगों ने जितना काम किया है, यह सब आप लोग जानते हैं, लेकिन बहुत लोग भूलने लगे हैं कि काम हमने ही करवाया है। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद जो काम हुआ वो लोगों को बताइये, क्योंकि आज कल सब मोबाइल पर निर्भर हो गया है। आप लोगों ने देखा न कि यहां ये लोग बैठे हुए है और फोन चला रहे हैं। यह सब नई पीढ़ि के लोग हैं। हम कहीं जाते हैं तो सब हमारा फोटो मोबाइल से लेते रहता है, लेकिन हम सबको बताते हैं कि हमने जो काम किया है, उसे मत भूलो। इस दौरान नीतीश कुमार ने हमेशा की तरह मीडिया को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इन लोगों को कुछ लिखने नहीं दिया जाता है। मीडिया वालों पर तो कब्जा है। दिल्ली से मना किया जाता है कि मत लिख्खो तो ये लोग नहीं लिख पाते हैं। ये लोग भी क्या करें। हमने कितना काम किया है मीडिया वाले भी जानते हैं, लेकिन हम लोग जो करतें हैं उसको बहुत कम लिखा जाता है। इनकी भी मजबूरी है।
2018 में की योजना की शुरुआत
सीएम नीतीश कुमार ने इस दौरान कहा कि साल 2018 में उद्यमी योजना की शुरुआत की थी। वर्ष 2021 में सात निश्चय दो की शुरुआत की। महिला उद्यमी योजना की शुरुआत की। महिलाओं को पांच लाख के अनुदान की शुरुआत की। हर वर्ग की महिलाओं को यह देना शुरू भी किया। उन्होंने कहा कि मैं जनता की मदद कर रहा हूं। लाभ लीजिए और खूब आगे बढ़िए। उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि बिहार उद्योग के क्षेत्र में बिहार को टॉप 10 में लाएंगे। अगले दो वर्षो में टॉप टेन में और चार साल में टॉप पांच में जगह बनाएंगे। उद्यमियों से अपील करते हुए कहा है कि उद्योग बढ़ेगा तभी बिहार आगे बढ़ेगा। यही हमारा सपना है।
