जदयू मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बोले संजय झा, कहा- इंडिया के प्रभाव के कारण बुलाई गई एनडीए की बैठक

पटना। शुक्रवार को जदयू मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने प्रदेश भर के सभी जिलों से पहुंचे जनता की समस्याओं को सुनकर उसके निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए माननीय मंत्री संजय झा ने बताया कि जुलाई माह में अनुमान के मुताबिक 48 फीसदी कम बारिश हुई है जो कि चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार स्वंय इन पूरे विषयों पर नजर बनाए हुए हैं। सोन, गंडक और कोशी में अत्यधिक पानी पहुंचाने का कार्य भी प्रगति पर है। ज्यादातर जगहों पर सरकार नहर के द्वारा पानी पहुंचा रही है। पिछले साल से अधिक क्षेत्र में इस बार सिंचाई का पानी पहुंचाया जा रहा है। पत्रकार के सवालों के जवाब में संजय झा ने कहा कि अभी तक केंद्र की ओर से किसी भी तरह का कोई सहयोग होगा प्राप्त नहीं हुआ है। बिहार सरकार अपने क्षमतानुसार किसानों को सुविधा पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। श्री झा ने आगे कहा कि इतने वर्षों में कभी भी एनडीए गठबंधन की बैठक नहीं बुलाई गई थी मगर इंडियन गठबंधन की ताकत से घबराई हुई भाजपा ने एनडीए गठबंधन का बैठक बुलाने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर जुटाने का जो मुहिम शुरू किया था अब हुआ रंग ला रही है। भाजपा के लोग कहते थे कि विपक्षी दलों को एकजुट करना मुश्किल काम है मगर आज विपक्षी पार्टियों की एकजुटता का ही प्रभाव है कि भाजपा अपने घटक दलों के साथ बैठक करने पर मजबूर हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने बिहार में कानून का शासन स्थापित करें पूरे देश में संदेश दिया। हमारे यहां पुलिस वालों को फर्जी एनकाउंटर करने की छूट नहीं दी जाती है, मुख्यमंत्री जी के सुशासन का ही प्रमाण है बिहार में कर्फ्यू लगाए एक जमाना हो गया। मुख्यमंत्री जी ने बिहार में कभी जातीय और संप्रदायिक दंगा नहीं होने दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लोकसभा चुनाव लड़ने के संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर झा ने बताया कि अभी ऐसी कोई बात नहीं हुई है। मुख्यमंत्री बिहार की जनता की सेवा में तत्पर है और साथ भाजपा के खिलाफ देशभक्ति विपक्षी दलों को एकजुट कर रहे हैं।
