PATNA : तीन कृषि कानूनों के विरोध में फुलवारी, संपतचक और फतुहा में मनाया गया काला दिवस

फुलवारी शरीफ। बुधवार को किसान व जन विरोधी कृषि कानून 2020 रद्द करो, मोदी- शाह गद्दी छोड़ो के नारे के साथ किसान आंदोलन के 6 माह पूरे होने पर पटना के फुलवारीशरीफ और संपतचक प्रखंड में भाकपा माले से जुड़े अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति और किसान महासभा के तत्वाधान में दर्जनों गांव में किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ काला दिवस मनाया।
फुलवारी के भाकपा माले प्रखंड सचिव गुरदेव दास ने बताया कि कोरीयावा में देवी लाल पासवान, चानदेव दास, कुणाल, कमेश्वर दास, जानीपुर में पिंटू यादव, गोनपुरा में अजय पासवान, सुईथा में अजय दास, मगली चक में राधे श्याम पासवान, सिमरा निसरपुरा सहित दर्जनों गांवों में किसानों ने कृषि कानून विरोधी काला कानून के खिलाफ काला दिवस मनाया।


संपतचक में सत्यानन्द पासवान ने बताया कि काला दिवस संपतचक के विभिन्न गांव में मनायी गयी। जिसमें बैरिया, गोपालपुर, जैवर, हांडेर, खैराटाली नहर पर मनाई गई। जिसमें रामसिंगार पासवान, सुरेश सिंह, छेछन राम, दिनेश प्रसाद, अवध पासवान, धनराज पासवान, चनेश्वर मांझी, योगेन्द्र मांझी, धनपत दास, अजीत दास, शिव कुमार साव, देवानन्द दास, सरोज दास इत्यादि लोग शामिल हुए।
फतुहा में भी मनाया गया काला दिवस


फतुहा। बुधवार को भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने उसफा गांव में कृषि कानून को लेकर राष्ट्रव्यापी काला दिवस मनाया। यह कार्यक्रम किसान आंदोलन के छह महीने पूरे हो जाने पर किया गया। कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार से अब भी कृषि नीति को यथाशीघ्र वापस करने की मांग की। साथ ही धरने पर बैठे किसानों की मांगे बिना शर्त पर पूरा करने की मांग की। मौके पर शैलेंद्र यादव, मुन्ना पंडित, ललिता देवी के अलावे अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

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