सासाराम में 5 करोड़ की अफीम बरामद, तस्कर गिरफ्तार, हरियाणा जाने की थी तैयारी

सासाराम। बिहार के रोहतास जिले में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। सासाराम के डेहरी स्टेशन से पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 74 किलो अफीम बरामद की गई है। इस अफीम की अनुमानित कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये बताई जा रही है। ये तस्कर इसे हरियाणा के अंबाला ले जाने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते यह बड़ी खेप पकड़ी गई।
अफीम तस्करों की गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए तस्कर बिहार के गया और अन्य जिलों के निवासी बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वे शेरघाटी से बस के माध्यम से डेहरी पहुंचे थे। इसके बाद वे ट्रेन के जरिए हरियाणा जाने की योजना बना रहे थे। उनके पास गंगा सतलज एक्सप्रेस में सफर करने के लिए आरक्षित टिकट भी मिला है। पुलिस को संदेह है कि ये लोग लंबे समय से इस अवैध व्यापार में संलिप्त हैं।
पुलिस और आरपीएफ की सतर्कता
इस मामले की पुष्टि करते हुए आरपीएफ इंस्पेक्टर राम विलास राम ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग बड़ी मात्रा में अफीम लेकर यात्रा करने वाले हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने स्टेशन पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया और तस्करों को पकड़ लिया। जब उनके बैग की तलाशी ली गई, तो उसमें भारी मात्रा में अफीम बरामद हुई।
हरियाणा में सप्लाई की थी योजना
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि अफीम की यह खेप हरियाणा के अंबाला पहुंचाई जानी थी। वहां इसे स्थानीय बाजारों में सप्लाई किया जाना था। इससे यह साफ होता है कि नशे के इस अवैध व्यापार का नेटवर्क काफी बड़ा है और इसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं।
पूछताछ जारी, अन्य लोगों की तलाश
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान हो सके। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह अफीम कहां से लाई गई थी और किन-किन लोगों को सप्लाई की जानी थी। संभावना जताई जा रही है कि इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है, जो बिहार से नशे की खेप देश के अन्य हिस्सों में भेजता है।
बिहार में बढ़ता नशे का व्यापार
हाल के वर्षों में बिहार में नशे का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ा है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन इस पर लगाम लगाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। इस मामले में की गई त्वरित कार्रवाई से यह साफ हो जाता है कि प्रशासन इस तरह के मामलों को लेकर पूरी तरह सतर्क है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है और बिहार से अन्य राज्यों में नशे की खेप भेजने का क्या तरीका अपनाया जा रहा है।
