केजरीवाल के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी आप, सत्येंद्र जैन ने की पुष्टि

नई दिल्ली। आने वाले जनवरी-फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बार चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद यह सवाल खड़ा हो गया कि आगामी चुनाव में आप किसके चेहरे पर चुनाव लड़ेगी और अगर पार्टी जीतती है तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस पर अब ‘आप’ के नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्थिति स्पष्ट कर दी है।
केजरीवाल के चेहरे पर चुनाव लड़ने की पुष्टि
हाल ही में एक इंटरव्यू में सत्येंद्र जैन ने बताया कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर लड़ेगी। उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल पर भरोसा करते हैं। उनके नेतृत्व में ही दिल्ली ने बीते कई सालों में विकास के नए आयाम छुए हैं। इसलिए पार्टी ने तय किया है कि चुनाव के दौरान केजरीवाल ही हमारा चेहरा रहेंगे।”
आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद नई रणनीति
अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद छोड़ने और आतिशी के इस पद पर आने को चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने के पीछे पार्टी का उद्देश्य महिला नेतृत्व को बढ़ावा देना और नए चेहरों को जिम्मेदारी देना है। हालांकि, चुनाव में पार्टी का मुख्य चेहरा केजरीवाल ही रहेंगे। आम आदमी पार्टी ने अपनी सरकार के कामकाज को जनता तक पहुंचाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से अभियान शुरू कर दिया है। पार्टी दिल्ली के विकास मॉडल को मुख्य मुद्दा बनाकर चुनाव मैदान में उतरेगी।
आप’ का विकास मॉडल और केजरीवाल का कद
अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व क्षमता और ‘आप’ का विकास मॉडल, खासकर शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली-पानी जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहा है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले कार्यकाल में पार्टी ने इन क्षेत्रों में ऐतिहासिक काम किए हैं। जनता के बीच इसे मुख्य एजेंडा बनाकर ‘आप’ चुनाव लड़ने जा रही है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि हालांकि आतिशी मुख्यमंत्री हैं, लेकिन चुनाव में मुख्य चेहरा केजरीवाल रहेंगे। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री का चयन पार्टी द्वारा किया जाएगा।
प्रत्याशियों की सूची जल्द जारी होगी
आम आदमी पार्टी ने चुनाव तैयारियों को तेज कर दिया है। सत्येंद्र जैन के अनुसार, ‘आप’ जल्द ही अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करेगी। पार्टी ने नए चेहरों को मौका देने और जमीनी स्तर पर जुड़े कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देने की योजना बनाई है।
विपक्ष की चुनौतियां और ‘आप’ की रणनीति
दिल्ली चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों ही ‘आप’ को चुनौती देने की तैयारी में हैं। भाजपा पिछले कई चुनावों में दिल्ली में संघर्ष कर रही है और इस बार मजबूत मुद्दों के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस, जो पिछले कुछ सालों से कमजोर स्थिति में है, इस बार नए गठबंधन और रणनीतियों पर काम कर रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी अपने विकास कार्यों और मुफ्त सुविधाओं को अपनी ताकत बनाकर जनता को साधने की कोशिश कर रही है। केजरीवाल का चेहरा पार्टी के लिए एक बड़ी ताकत है, जिसे वह भुनाने की पूरी कोशिश करेगी।
जनता के लिए ‘आप’ का संदेश
सत्येंद्र जैन ने कहा कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य जनता को उनके अधिकार दिलाना और दिल्ली को एक बेहतर शहर बनाना है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर काम किया है। जनता को विश्वास है कि हमारा काम बोलता है। आम आदमी पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि चुनाव अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। हालांकि आतिशी का मुख्यमंत्री बनना और पार्टी में नए चेहरों को मौका देना एक नई रणनीति का हिस्सा है। आगामी चुनाव दिल्ली की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकते हैं, जहां ‘आप’ के विकास मॉडल और विपक्ष की चुनौती के बीच जोरदार मुकाबला देखने को मिलेगा।
