इस्लामिया हाईस्कूल बिहार का सबसे पुराना और गुणवत्तापूर्ण स्कूल: आफताब आलम
फुलवारीशरीफ़, (अजीत)। शिक्षा न केवल मनुष्य की बुनियादी आवश्यकता है, बल्कि यह राष्ट्रों के विकास और समृद्धि का स्रोत है। शिक्षा के इसी महत्व को समझते और शिक्षा की खराब हालत को देखते हुए 55 साल पूर्व डॉ। मुहम्मद अहसन साहिब ने इस्लामिया हाई स्कूल की स्थापना की। यह स्कूल बिहार का सबसे पुराना और गुणवत्तापूर्ण स्कूल में एक है। यहा के बच्चों में शिक्षा के साथ कौशल और हुनर भी है।ये विचार फुलवारी शरीफ नगर परिषद के अध्यक्ष आफताब आलम ने इस्लामिया हाई स्कूल (+2) में वार्षिक आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी समारोह के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने यह भी कहा कि आर्ट एंड क्राफ्ट बच्चों की रचनात्मकता को निखारने का अवसर देता है। यह बच्चों को विचारों, भावनाओं और अनुभवों को चित्रित करने का कौशल भी सिखाता है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष खुर्शीद हसन ने किया।उन्होंने कहा कि संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस्लामिया हाई स्कूल में हर साल आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। बच्चे राष्ट्र के भविष्य होते हैं, हम सभी की जिम्मेदारी है कि उनकी बेहतर शिक्षा के साथ उनके कौशल को भी बेहतर बनाया जाए। इस्लामिया हाई स्कूल की प्राचार्य डॉ। फराह दीबा ने विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद किया और कहा कि आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों के कौशल बढ़ाता है, डॉ। साहिबा ने बच्चों को बधाई दी और कहा कि आर्ट एंड क्राफ्ट विकास के बहुत से रास्ते खोलता है। इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संयुक्त सचिव मौलाना इफ्तिखार अहमद निजामी ने कहा कि शिक्षा राष्ट्रों के विकास का स्रोत है, लेकिन इसके लिए उचित मार्गदर्शन भी आवश्यक है। आर्ट एंड क्राफ्ट हमारे दैनिक जीवन में हमारी सोच को व्यापक बनाता है। फुलवारीशरीफ नगर परिषद की उपाध्यक्ष अंजुम परवीन ,समाजसेवी फारूक आजम उर्फ लल्लन, वार्ड पार्षद शाहबाज हुसैन उर्फ मिन्हाज ,मुहम्मद लड्डू , डॉ। अजय कुमार सिंह प्रिंसिपल सत्तार मेमोरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सुरेंद्र कुमार एचओडी सत्तार मेमोरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन, इम्तियाज अली खान अध्यक्ष इदारा फलाह-उल-मुस्लिमीन, नेसार अहमद सचिव इस्लामिया उर्दू हाई स्कूल, खालिद अशरफ कार्यालय प्रभारी, आबिद हुसैन पूर्व शिक्षक इस्लामिया, इसलामिया स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षिका हुमा, नुसरत, फरहत, तलत, सदफ, ज़रीन, नादिरा, सरफराज अहमद और सत्तार मेमोरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन के कार्यकर्ता और अधिकारी उपस्थित रहे और स्टूडेंट्स की हुनर कौशल देख हौसला अफजाई भी की।


