नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पौलिथिन का प्रयोग न करने की अपील “देश को बचाना है पॉलिथीन को हटाना है”

-अजित कुमार/ फुलवारी शरीफ | सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच (एस.एस.एम) की साप्ताहिक नुक्कड़ नाटक श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं राकेश प्रेम द्वारा निर्देशित नुक्कड़ नाटक “देश को बचाना है पॉलिथीन को हटाना है” की प्रस्तुति वाल्मी स्थित आशिष मार्केट मे की गई । नाटक का शुरुआत सौरव राज के स्वरबद्ध गीत- छोडो पॉलिथीन की थैली हम सबने है ठानी, चलो निकाले कपड़े की थैली नई पुरानी…से की गई।
इस नाटक के माध्यम से सबसे बड़ा एक सवाल उठाया गया कि आज प्लास्टिक का जमाना है जिसके कारण हम लोग पर्यावरण और अपने आपको नाश क्यों कर रहे हैं? इससे कैंसर जैसी बीमारियां भी फैल रही है पॉलिथीन के कारण एलर्जी और फेफडे की बीमारी सबसे अधिक होती है । इसे जलाने से कार्बन डाई ऑक्साइड एवं कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसी विषैली गैस निकलती है जिससे सांस, त्वचा, फेफड़े का कैंसर आदि बीमारी भी होने की आशंका बढ़ जाती है । प्लास्टिक के ज्यादा संपर्क में रहने से खून में थेलेट्स की मात्रा बढ़ जाती है इससे गर्भ में पल रहे शिशु का भी विकास रुक जाता है और प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचता है। सड़क पर फेंके पॉलीथिन को खाने से जानवर भी बीमार हो रहे हैं यदि प्लास्टिक को जमीन में गाड़ते हैं तो वह जमीन को भी बंजर बना देती हैं तो आइये हमसभी मिलकर यह शपथ लेते हैं कि देश को बचाना है और प्लास्टिक को हटाना है । इसके जगह पर कपड़े या कागज की थैली का ही इस्तेमाल करें जिससे हमारा पर्यावरण और हम सभी सुरक्षित रहेगे ।
नाटक में मोनिका, सौरव, रजनीश, अंजनी, छोटू, श्रवण , संजय, पूजा, रिचा, सुनिल, रंजित, मुकेश आदि कलाकारो ने अभिनय किया ।

 

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