जेईई पेपर लीक को ले NSUI का पटना में विरोध प्रदर्शन, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की देखरेख में जांच की मांग

पटना। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने अनेक छात्रों के साथ सोमवार को प्रदेशाध्यक्ष चुन्नू सिंह के नेतृत्व में राजभवन के पास प्रदर्शन कर जेईई पेपर लीक मामले में जल्द से जल्द जांच पूरी करवाने की मांग की। एनएसयूआई प्रदर्शनकारियों ने धरनास्थल पर जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी के दौरान केंद्र सरकार को पेपर लीक सरकार कहकर हमला बोला। एनएसयूआई का कहना है कि मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है तब से लगातार छात्रों के मुद्दों को नजरंदाज करती रही है जिसका नतीजा है कि जेईई जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं के पेपर लीक होने लगे हैं। छात्र वर्ग के सामने आज यह सवाल खड़ा हो गया है कि यदि ऐसी महत्वपूर्ण परीक्षाएं ही सुरक्षित नहीं रही हैं तो बाकी परीक्षाओं पर कैसे भरोसा कर लिया जाए।
इस दौरान प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के छात्रों को पुलिस प्रशासन द्वारा गिरपतार कर कोतवाली थाना लाया गया, जिसमें रोशन लाल बिट्टू, चुन्नू सिंह, अरविन्द चौधरी, प्रशांत ओझा, निशांत सिंह, आदित्य शिल्टू, शाश्वत शेखर, मुकुल यादव, बिट्टू यादव, हरिओम कश्यप के अलावे अन्य छात्र शामिल थे।
एनएसयूआई की प्रमुख मांग
इसके पहले प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन एनएसयूआई की प्रमुख मांग यह है कि इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की देखरेख में की जाए। प्रदर्शन के माध्यम से एनएसयूआई ने यह भी चिंता जताई है कि यदि इस मामले को जल्द नहीं सुलझाया गया और आरोपियों को सजा नहीं दी गयी तो यह छात्र वर्ग में असंतोष की भावना पैदा करेगा। साथ ही यह भी कहा कि पेपर लीक की इस घटना के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा करवायी गयी बाकी परीक्षाएं भी शक के घेरे में है। एनएसयूआई ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि सीबीआई द्वारा दर्ज हुई शिकायत में जिनके नाम हैं उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही होनी चाहिए। जेईई जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में ऐसी घटना होना आज हर उस छात्र के लिए चिंता का विषय बन गयी है, जो प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। एनटीए जो कि देश में कई महत्वपूर्ण परीक्षा करवाने की जिÞम्मेदार है, आज शक के घेरे में है। एनएसयूआई ने दावा किया है कि इस पेपर लीक के लिए सीधे सीधे जिÞम्मेदार मोदी सरकार ही है।
