राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रदर्शन, जदयू और राजद कार्यालय का किया घेराव
पटना। वेतनमान और राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर बड़ी संख्या मंप आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका पटना में प्रदर्शन कर रही हैं। इसी क्रम में आज आंगनबाड़ी सेविकाओं ने जेडीयू दफ्तर के बाहर नीतीश सरकार में मंत्री जमा ख़ान को घेर लिया और जमकर नारेबाजी की। जेडीयू दफ्तर के बाहर मंत्री जमा खान की गा़ड़ी के सामने प्रदर्शन करते हुए धरना पर बैठ गयीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों से घिरे मंत्री जमा खान ने उनसे बात की और उनकी समस्याओं से रू-ब-रू हुए। उनकी मांगों को जानने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने आश्वासन दिया कि वे उनकी बातों को मंत्री से मुलाकात कर पहुंचाएंगे। आंगनबाड़ी सेविका हाथ जोड़कर मंत्री के सामने रोने लगीं। इसपर मंत्री ने कहा कि आप अपना ज्ञापन दीजिए। सरकार आपकी मांगों पर विचार करेगी। कई आंगनबाड़ी सेविका उनके सामने लगातार रोती रहीं। आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना था कि नीतीश सरकार ने सम्मान देने की बात कहकर उन्हें घर से बाहर निकलने को कहा और सरकार के कहने पर वे घर से बाहर निकलीं लेकिन जो सम्मान मिलना चाहिए था, वो हमें नहीं मिल रहा है।
राजद कार्यालय के बाहर भी आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रदर्शन, की नारेबाज़ी
वही अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पूरे बिहार से पटना पहुंची सैकड़ों आगंनबाड़ी ने आरजेडी कार्यालय का घेराव किया। बड़ी संख्या में सेविका और सहायिका आरजेडी दफ्तर के बार धरना पर बैठ गईं हैं और सेवा स्थाई करने की मांग कर रही हैं। अखिल भारतीय आंगनबाड़ी सेविका-सहायक संघ के बैनर तले सैकड़ों महिलाओं ने आरजेडी कार्यालय को घेर लिया है और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से सरकारी कर्मी का दर्जा देने की मांग कर रही हैं। धरना दे रहीं आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना है कि नीतीश सरकार ने सम्मान देने की बात कहकर उन्हें घर से बाहर निकलने को कहा और सरकार के कहने पर वे घर से बाहर निकलीं लेकिन जो सम्मान मिलना चाहिए था वह महिलाओं को नहीं मिला। वेतन के नाम पर सिर्फ 5950 रुपये मिलते हैं। महंगाई के इस दौर में इतने कम पैसों से घर कैसे चलेगा। उनका कहना था कि सरकार सरकारी कर्मी का दर्जा देकर उन्हें उचित सम्मान देने का काम करे।


