PATNA : बी.डी. कॉलेज में खुला NOU अध्ययन केंद्र, प्रतिकुलपति बोले- अध्ययनरत छात्र-छात्राएं बनेंगे हुनरमंद
पटना। सोमवार को राजधानी पटना के बी.डी. कॉलेज में नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) अध्ययन केंद्र का निरीक्षण सह उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रो. (डॉ.) संजय कुमार, (प्रतिकुलपति, एनओयू, पटना) ने शिलापट्ट का अनावरण कर किया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) घनश्याम रॉय (कुलसचिव, नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना) मौजूद रहे। एनओयू अध्ययन केंद्र के उद्घाटन समारोह के बाद बी. डी. कॉलेज के सभागार में ‘सकल नामांकन अनुपात बढ़ाने के लिए नालंदा खुला विश्वविद्यालय की भूमिका’ पर एक प्रेरण सह जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बी. डी. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. प्रवीण कुमार ने किया। वहीं अतिथियों का स्वागत प्रो. (डॉ.) जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता, समन्वयक, एनओयू सह विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग, बी.डी. कॉलेज ने बुके, मोमेंटो व शॉल देकर किया। स्वागत भाषण डॉ. सुनंदा केसरी ने दिया।
छात्र-छात्राएं प्राप्त करेंगे हुनरमंद शिक्षा
इस मौके पर आयोजित प्रेरण सह जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनओयू के प्रतिकुलपति प्रो. (डॉ.) संजय कुमार और कुलसचिव प्रो. (डॉ.) घनश्याम रॉय ने कहा कि एनओयू का अध्ययन केन्द्र स्थापित होने से बीडी कॉलेज में डिग्री उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर और पीजी डिप्लोमा कोर्स करने में सुविधा होगी। दर्जनों सर्टिफिकेट कोर्स के माध्यम से अध्ययनरत छात्र-छात्राएं हुनरमंद शिक्षा प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में अब तक 39 स्टडी सेंटर की स्थापना हो चुकी है। इन सेंटरों के स्थापना से सुदुर क्षेत्र के बच्चे-महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार कर सकेंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति ठीक होगी।


एनओयू में अगले साल से बी.एड कोर्स
उन्होंने कहा कि बिहार के सुदुर क्षेत्रों में जहां 30 से 40 किमी तक किसी तरह का कॉलेज उपलब्ध नहीं हैं। जिससे छात्रों खासकर महिलाओं को आगे की पढ़ाई जारी रखने में काफी दिक्कतें आती हैं। वैसे छात्र-छात्राएं गरीब वर्ग से आते हैं, ऐसे छात्र-छात्राओं के जीविकोपार्जन के लिए अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उच्च माध्यमिक कॉलेजों में भी अध्ययन केंद्र स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि काउंसिलिंग क्लास के लिए छात्रों को पटना आना पड़ता है, वैसे में छात्र व उनके अभिभावक को एक माह तक पटना में इस दौरान रहना पड़ता है, जिससे लगभग 25-30 हजार रूपये खर्च आती है। छात्रों एवं अभिभावकों की परेशानी को ध्यान में रखकर अब काउंसिलिंग क्लास कमिश्नरी लेवल पर कराने की तैयारी है, ताकि उन्हें पैसा और समय की बर्बादी से बचाया जा सका। उन्होंने कहा कि एनओयू में 105 तरह के कोर्स संचालित होते हैं। उन्होंने बी.एड कोर्स अगले साल से शुरू करने का आश्वासन दिया।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. गरिमा पाठक, सहायक समन्वयक, एनओयू सह वनस्पति विज्ञान, बी.डी. कॉलेज, पटना ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अभ्यानंद सिन्हा, पूर्व विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग, बी.डी. कॉलेज, पटना ने किया। इस अवसर पर बी. डी. कॉलेज के शिक्षक डॉ. दिवाकर पांडे, डॉ. सीता सिन्हा, डॉ. (प्रो.) विनय कुमार सिन्हा, डॉ. प्रेमराज सिंह के अलावा बड़ी संख्या में कॉलेज के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

