एनओयू ने वेबसाइट पर 67000 से अधिक डिग्री और सर्टिफिकेट की अपलोड, डिजिटलाइजेशन के तहत छात्र कर सकेंगे डाउनलोड

पटना। शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने की दिशा में नालंदा खुला विश्वविद्यालय ने एक सराहनीय पहल की है। विश्वविद्यालय ने हाल ही में 67,000 से अधिक डिग्री और प्रमाण पत्रों को डिजिटली अपलोड किया है, जिससे छात्र अब इन्हें ऑनलाइन डाउनलोड कर सकेंगे। यह कदम न केवल विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाएगा, बल्कि छात्रों को भी सुविधा प्रदान करेगा, विशेषकर उन्हें जो दूर-दराज के क्षेत्रों से पढ़ाई कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग के साथ समन्वय
इस संदर्भ में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर अभय कुमार सिंह और डीजी लॉकर नोडल अधिकारी डॉ. किरण पाण्डेय ने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के साथ एक ऑनलाइन बैठक कर विस्तृत जानकारी साझा की। कुलसचिव ने बताया कि अब तक कुल 25,943 डिग्रियां और 41,198 अंकपत्र सफलतापूर्वक ऑनलाइन सिस्टम पर अपलोड किए जा चुके हैं। यह आंकड़ा विश्वविद्यालय के डिजिटल ट्रांजिशन की स्पष्ट तस्वीर पेश करता है।
डिजिटलाइजेशन से बढ़ेगी पारदर्शिता और सुविधा
डिजिटलाइजेशन के इस प्रयास से छात्रों को अपने दस्तावेज प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय में भौतिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इससे समय की बचत होगी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं अधिक पारदर्शी बनेंगी। कुलसचिव ने इस बात पर ज़ोर दिया कि उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक छात्र आसानी से और सुरक्षित तरीके से अपने शैक्षणिक दस्तावेज तक पहुंच सके।
दूर-दराज के छात्रों को राहत
यह पहल विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद होगी, जो भौगोलिक रूप से दूर स्थित हैं या किसी कारणवश विश्वविद्यालय तक नहीं पहुंच सकते। अब वे अपनी डिग्रियां और अंकपत्र केवल एक क्लिक में प्राप्त कर सकते हैं। इससे छात्रों के लिए समय और संसाधनों दोनों की बचत होगी।
एबीसी आईडी की नई व्यवस्था
तकनीकी विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विश्वविद्यालय ने ‘एबीसी आईडी’ प्रणाली को भी प्रभावी रूप से लागू किया है। वर्ष 2024 और 2025 में नामांकन लेने वाले सभी छात्रों का एबीसी आईडी अपडेट कर दिया गया है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने अपने सॉफ्टवेयर में एक ऐसी सुविधा विकसित की है जिससे छात्र नामांकन के समय ही अपना एबीसी आईडी स्वयं बना सकते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप प्रयास
यह पूरी व्यवस्था भारत सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य उच्च शिक्षा को लचीला और विद्यार्थी-केंद्रित बनाना है। एबीसी यानी अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के माध्यम से छात्र अपने अर्जित क्रेडिट्स को विभिन्न संस्थानों में स्थानांतरित कर सकेंगे। यह विशेष रूप से उन छात्रों के लिए उपयोगी होगा जो किसी कारणवश अपने संस्थान को बदलते हैं या अलग-अलग कोर्स करना चाहते हैं। नालंदा खुला विश्वविद्यालय की यह डिजिटल पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रभावी और आधुनिक कदम है। डिग्रियों और प्रमाणपत्रों का डिजिटलाइजेशन, एबीसी आईडी की सुविधा और तकनीकी उन्नयन से छात्रों को न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि प्रशासन में भी पारदर्शिता और कार्यकुशलता आएगी। इस पहल से यह स्पष्ट हो गया है कि विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति को सही दिशा में लागू करने के लिए तत्पर है और भविष्य में भी डिजिटल शिक्षा की दिशा में निरंतर प्रगति करेगा।
