PATNA : चाय पी रहे कुख्यात पगलवा को अपराधियों ने दिनदहाड़े गोलियों से भूना, विश्वकर्मा साव से जुड़े हो सकते हैं अपराधी

पटना सिटी। पटना सिटी में बाइक सवार अपराधियों ने कुख्यात की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी है। बाइक से आए दो अपराधियों ने कुख्यात अपराधी दीपक कुमार उर्फ पगलवा पर ताबड़तोड़ 6 गोलियां चलाई, जिसमें 4 गोली पगलवा के सिर, सीना और पेट में गोली मारी गई, जिससे कुख्यात पगलवा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं वारदात को अंजाम देकर अपराधी बड़े आराम से फरार हो गए। घटना को लेकर इलाके में दहशत व्याप्त है। पगलवा आलमगंज के ही बड़ी पटन देवी इलाके का रहने वाला था।
पटना सिटी के आलमगंज थाना क्षेत्र में वारदात को अंजाम उस वक्त दिया गया जब पगलवा महावीर घाट जाने वाला रास्ता में एक दुकान पर चाय पी रहा था। उसी बीच बाइक से आए दो अपराधी आए और हत्या की घटना को अंजाम देकर चंद मिनटों में फरार हो गए। दिनदहाड़े हुए इस वारदात ने पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। वारदात के वक्त काफी सारे लोग भी मौजूद थे। कई लोगों ने अपराधियों को गोली चलाते हुए भी देखा। वहीं जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौक पर पहुंची। छानबीन के बाद मारे गए कुख्यात अपराधी की पहचान हुई।
मौसेरे भाई के विवाद को सलटाने में खुद सलट गया
पुलिस की शुरूआती जांच में जो बातें सामने आई है, के अनुसार बड़ी पटन देवी के पड़ोस के मुहल्ले में ही दीपक का मौसेरा भाई रहता था। एक सप्ताह पहले इलाके के ही कुछ लड़कों से उसका विवाद हुआ था। दीपक उस विवाद को सलटाने के लिए गया था। लेकिन, उस बीच उन लड़कों से उसकी अनबन हो गई। दोनों गुट ने एक-दूसरे को देख लने की धमकी दी थी। दीपक कुछ कर पाता उससे पहले विरोधी गुट ने आज उसका काम तमाम कर दिया। आलमगंज के थानेदार सुधीर कुमार के अनुसार हत्या के पीछे यही वजह सामने आई है। गोली मारने वाले लोग अपराधी विश्वकर्मा साव से जुड़े हो सकते हैं। पहले एक ही गैंग में दीपक और विश्वकर्मा हुआ करते थे। विवाद होने पर दोनों अलग-अलग हो गए और खुद का गैंग खड़ा कर लिया। फिलहाल इस कांड की जांच चल रही है। दीपक की लाश का एनएमसीएच में पोस्टमार्टम कराया गया है।
6 से अधिक लोगों की हत्या कर चुका था
बताया जाता है कि कुख्यात दीपक उर्फ पगलवा 2009 से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। 12 साल के अपराधिक कैरियर में इसने 14 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया था। 6 से अधिक लोगों की हत्या कर चुका था। अब तक पुलिस इसके 10 अपराधिक रिकॉर्ड को सामने ला चुकी है। इसके खिलाफ अकेले आलमगंज थाना में ही 6 एफआइआर पहले से दर्ज थे। जबकि अगमकुआं में 1 और जक्कनपुर थाना में 3 केस दर्ज है। पिछले साल ही ये जेल से छुटकर बाहर आया था।

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