दानापुर से कुख्यात अपराधी मुकेश गिरफ्तार: एसटीएफ ने छापेमारी कर उठाया, हत्या के 5 मामले दर्ज

पटना। बिहार की राजधानी पटना के दानापुर इलाके से एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने कुख्यात अपराधी मुकेश उर्फ मुक्कु को गिरफ्तार किया है। मुकेश पर हत्या और आर्म्स एक्ट से जुड़े कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं, जिनमें से पांच हत्या के मामले हैं। लंबे समय से पुलिस उसकी तलाश में थी, और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी को राज्य पुलिस और एसटीएफ के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
दीघा हत्याकांड में था मुख्य आरोपी
मुकेश उर्फ मुक्कु की अपराध की कड़ी में सबसे हालिया और सनसनीखेज घटना 3 जुलाई 2023 को दीघा थाना क्षेत्र में हुई थी। इस घटना में दिनदहाड़े बाटा गेट के पास कुख्यात अपराधी रवि गोप के भाई राजू गोप और उनके चालक विकास पर गोली चलाई गई थी। इस हमले में विकास की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राजू गोप के पेट में गोली लगी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मुकेश इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी था, और घटना के बाद वह फरार हो गया था। घटना को अंजाम देने से लगभग 20 दिन पहले ही मुकेश जेल से जमानत पर बाहर आया था। यह घटना दीघा थाना के लिए एक बड़ी चुनौती थी, और पुलिस तब से उसकी तलाश कर रही थी। दीघा थाना पुलिस के अनुसार, मुकेश ने इस हत्याकांड के बाद खुद को अंडरग्राउंड कर लिया था और दानापुर में छिपकर रह रहा था। शनिवार को एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली कि मुकेश दानापुर के इलाके में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने इलाके की घेराबंदी की और छापेमारी कर मुकेश को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय मुकेश किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की योजना बना रहा था या नहीं, इस पर पुलिस जांच कर रही है। मुकेश का निवास स्थान कदमकुआं थाना क्षेत्र के सैदपुर इलाके में है, लेकिन वह लंबे समय से दानापुर, दीघा, पीरबहोर, कोतवाली और हाजीपुर थाना क्षेत्रों में अपराध कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी से इन इलाकों में अपराध की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।
मुकेश के खिलाफ मामले
मुकेश के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या के पांच मामले और आर्म्स एक्ट के तहत छह मामले दर्ज हैं। उसका आपराधिक इतिहास 2016 से शुरू हुआ जब उसने पटना के गोविंद मित्रा रोड पर एक दवा व्यापारी अनिल अग्रवाल की हत्या कर दी थी। इस हत्या के बाद मुकेश का नाम पटना के कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल हो गया था। इसके बाद, 29 फरवरी 2019 को मुकेश ने दानापुर थाना क्षेत्र में अपने एक विरोधी को गोली मार दी थी। इस घटना ने भी उसे पुलिस के रडार पर ला दिया था। मार्च 2019 में हाजीपुर और दानापुर थाना क्षेत्रों में मुकेश ने फिर से अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया। इसके अलावा, 11 जनवरी 2020 को भी उसने हत्या की एक और वारदात को अंजाम दिया, जिसने पुलिस के लिए उसे पकड़ना और भी जरूरी बना दिया था।
मुकेश का अपराधी जीवन और पुलिस की चुनौतियाँ
मुकेश उर्फ मुक्कु का आपराधिक जीवन कई सालों से चलता आ रहा है, और वह कई बार पुलिस के गिरफ्त में आकर भी जमानत पर बाहर निकलता रहा। जमानत पर बाहर आने के बाद वह फिर से अपराध की दुनिया में लौट आता था। उसका नेटवर्क पटना और आसपास के इलाकों में फैला हुआ था, जिससे उसकी गतिविधियों पर नजर रखना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कोशिशों के बाद आखिरकार उसकी गिरफ्तारी संभव हो पाई। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से इलाके में सक्रिय अन्य अपराधियों के हौसले पस्त होंगे और अपराध की घटनाओं में कमी आएगी। मुकेश की गिरफ्तारी से पटना और आसपास के इलाकों में अपराध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण जीत हासिल हुई है। हत्या और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे इस अपराधी को पकड़ना पुलिस और एसटीएफ के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस को उसकी आपराधिक गतिविधियों से जुड़े अन्य संदिग्धों और उसके नेटवर्क की पूरी जांच करनी होगी, ताकि अपराध की जड़ों को पूरी तरह से उखाड़ फेंका जा सके।
