पटना में कुख्यात अपराधी अली जफर गिरफ्तार, रंगदारी और धमकी देने का आरोप, घर से पुलिस ने उठाया
पटना। विधानसभा चुनाव खत्म होते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है और राजधानी में अपराधियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है। इसी अभियान के तहत गर्दनीबाग थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। रंगदारी मांगने और गोली मारने की धमकी देने के मामले में नामजद आरोपी जफर अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी से न सिर्फ कारोबारियों में राहत की भावना है बल्कि स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है।
रेस्टोरेंट में धावा बोलकर मांगी गई थी रंगदारी
यह मामला 10 अक्टूबर का है, जब अनिसाबाद गोलंबर स्थित टॉप इन टाउन रेस्टोरेंट पर कुछ बदमाशों ने अचानक हमला कर दिया था। रेस्टोरेंट मालिक ने बताया कि आरोपी जफर अली और उसके साथियों ने खुलेआम रंगदारी की मांग की थी। जब मालिक ने इसका विरोध किया, तो बदमाशों ने गोली मारने की धमकी दी। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी। घटना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई और आसपास के लोग भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे। रेस्टोरेंट मालिक ने तुरंत स्थानीय थाना पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
घटना के बाद से ही जफर अली फरार चल रहा था। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। इसी बीच थाना प्रभारी को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी अपने घर अली नगर में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी की अगुवाई में एक विशेष टीम का गठन किया गया। रातों-रात छापेमारी की गई और पुलिस ने जफर अली को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसकी गाड़ी की तलाशी भी ली, जिसमें से चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
लंबे समय से अपराध जगत में सक्रिय था जफर
जांच के दौरान यह सामने आया कि जफर अली का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है। उस पर पहले से कई मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से इस इलाके में रंगदारी, धमकी और दहशत फैलाने जैसा अपराध करता आ रहा था। पुलिस के अनुसार, उसके गिरोह में 5 से 6 अन्य लोग भी शामिल हैं, जो अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जफर एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो पटना के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापारियों से अवैध वसूली करता रहा है। इस गिरोह की गतिविधियों पर पुलिस अब कड़ी नजर रखे हुए है।
कारोबारी वर्ग ने ली राहत की सांस
जफर की गिरफ्तारी से कारोबारी वर्ग ने राहत की सांस ली है। उनके अनुसार, पिछले कुछ महीनों से रंगदारी और धमकी के मामलों में वृद्धि हुई थी। व्यापारी दहशत में थे और कई लोग शिकायत दर्ज कराने से हिचक रहे थे। स्थानीय व्यवसायियों ने कहा कि जफर के जेल जाने के बाद वे अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनका मानना है कि यदि पुलिस इसी तरह कड़ा अभियान चलाती रही, तो अपराधियों का मनोबल टूटेगा और वे ऐसी हरकतों से बचेंगे।
पुलिस का सख्त रुख जारी
थाना प्रभारी ने स्पष्ट कहा है कि यह कार्रवाई पूरी तरह कानून के दायरे में की गई है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस द्वारा की गई छापेमारी और गिरफ्तारी को “ऑपरेशन क्लीन सिटी” का हिस्सा माना जा रहा है, जो पटना को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बढ़ते अपराध पर काबू की कोशिश
हाल के दिनों में पटना में अपराधों में थोड़ी वृद्धि देखी गई थी, विशेषकर चुनावों के दौरान। ऐसे में पुलिस पर दबाव था कि वह कठोर कदम उठाए। जफर अली की गिरफ्तारी इस दिशा में एक मजबूत संदेश है कि कानून व्यवस्था से समझौता नहीं किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने कहा कि अब राजधानी में “गोलियों का नहीं, कानून का राज चलेगा।” इस तरह की कार्रवाई लोगों में विश्वास बढ़ाती है और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत देती है। पटना पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि अपराध चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, कानून की पकड़ से बचना मुश्किल है। कुख्यात अपराधी जफर अली की गिरफ्तारी न सिर्फ एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भविष्य में अपराधियों के हौसले पस्त करने का भी काम करेगी।


