आडवाणी को सीएम नीतीश ने दी जन्मदिन की शुभकामनाएं- वे देश के महान नेता, मुझे हमेशा उनसे प्रेरणा मिली
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को देश के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आडवाणी भारतीय राजनीति के उन विरले नेताओं में से हैं जिन्होंने न केवल भारतीय लोकतंत्र को मजबूत किया बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान भी दिया। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में उन्हें आदर्श, अनुशासन और निष्ठा की प्रतिमूर्ति बताया।
नीतीश कुमार का सम्मानपूर्ण संदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “देश के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री आदरणीय श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। उनके स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन की कामना है।” उन्होंने आगे कहा कि लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति के ऐसे प्रखर नेता हैं जिन्होंने अपने विचारों, नैतिकता और कार्यशैली से न केवल पार्टी को दिशा दी बल्कि देश की राजनीति को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें हमेशा आडवाणी से प्रेरणा मिली है। “वे मेरे राजनीतिक जीवन के मार्गदर्शक रहे हैं। उनके आदर्शों ने हमेशा मुझे जनसेवा के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा दी है।”
लालकृष्ण आडवाणी: भारतीय राजनीति का स्वर्ण अध्याय
लालकृष्ण आडवाणी का नाम भारतीय राजनीति में अनुशासन, वैचारिक स्पष्टता और राष्ट्रीय समर्पण के प्रतीक के रूप में लिया जाता है। वे भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और उन्होंने पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में भाजपा ने न केवल संगठनात्मक रूप से विस्तार किया बल्कि राजनीतिक रूप से भी देश के कई राज्यों में अपनी जड़ें मजबूत कीं। 1990 के दशक में उनकी “राम रथ यात्रा” भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुई। इस यात्रा ने भाजपा को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई और देश की राजनीति का स्वरूप ही बदल दिया।
देश के गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में योगदान
लालकृष्ण आडवाणी ने अपने राजनीतिक जीवन में कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली। वे भारत के गृह मंत्री और बाद में देश के उपप्रधानमंत्री भी रहे। अपने कार्यकाल में उन्होंने आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख और प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया। आडवाणी का राजनीतिक जीवन चार दशकों से अधिक का रहा है और इस दौरान उन्होंने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए निरंतर काम किया। उनके कार्यकाल में शासन व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के प्रयासों की सराहना आज भी की जाती है।
नीतीश कुमार और आडवाणी के संबंध
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लालकृष्ण आडवाणी से राजनीतिक और व्यक्तिगत दोनों स्तर पर गहरा संबंध रहा है। नीतीश ने कई बार सार्वजनिक मंचों से आडवाणी को अपना मार्गदर्शक बताया है। उन्होंने कहा था कि आडवाणी जैसे नेताओं ने भारतीय राजनीति को मर्यादा, संयम और आदर्श की राह दिखाई है। आडवाणी के प्रति नीतीश का सम्मान केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि वैचारिक भी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि “आडवाणी जी की ईमानदारी, सादगी और राष्ट्रभक्ति हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके मार्गदर्शन में भारतीय राजनीति ने एक स्वर्ण युग देखा है।”
आडवाणी के नेतृत्व में हुए ऐतिहासिक परिवर्तन
लालकृष्ण आडवाणी ने भाजपा को उस दौर में नेतृत्व दिया जब पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर अपेक्षाकृत नई थी। उनके नेतृत्व में पार्टी ने जनसंघ से लेकर भाजपा तक का सफर तय किया और भारतीय राजनीति के केंद्र में स्थान प्राप्त किया। उन्होंने हमेशा संघीय एकता, लोकतांत्रिक मूल्यों और सुशासन पर बल दिया। आडवाणी ने बार-बार कहा कि भारत की शक्ति उसकी विविधता और एकता में है। यही विचार आज भारतीय राजनीति में एक गहरी जड़ के रूप में स्थापित है। उनके नेतृत्व में भाजपा ने न केवल चुनावी सफलता हासिल की बल्कि संगठनात्मक दृष्टि से भी एक मजबूत ढांचा तैयार किया। वे उन नेताओं में रहे जिन्होंने भारतीय राजनीति में वैचारिकता और जनसंघर्ष दोनों को समान महत्व दिया।
बिहार की राजनीति में आडवाणी की छाप
बिहार की राजनीति पर भी लालकृष्ण आडवाणी का अप्रत्यक्ष प्रभाव रहा है। 1990 के दशक में जब भाजपा-जदयू गठबंधन की नींव रखी जा रही थी, तब आडवाणी ने नीतीश कुमार जैसे नेताओं को आगे बढ़ने का अवसर दिया। नीतीश ने कई बार कहा कि “अगर आडवाणी जी जैसे नेता न होते तो शायद मुझे राजनीति में अपने विचारों को आकार देने में इतनी स्पष्टता नहीं मिलती।”
शुभकामनाओं के साथ सम्मान का भाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संदेश में आडवाणी के प्रति सम्मान और आदर का गहरा भाव झलकता है। उन्होंने लिखा कि देश के राजनीतिक इतिहास में आडवाणी का योगदान अमूल्य है। “उन्होंने देश की राजनीति को जो दिशा दी, वह आज भी हमारे लिए मार्गदर्शन का काम कर रही है। मैं उनके दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति के उन महान नेताओं में से एक हैं जिन्होंने अपने जीवन को राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया। नीतीश कुमार का संदेश न केवल एक जन्मदिन की शुभकामना है बल्कि उस पीढ़ी के प्रति सम्मान का प्रतीक है जिसने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत नींव दी। आज जब देश की राजनीति लगातार बदल रही है, तब नीतीश कुमार का यह बयान हमें याद दिलाता है कि मूल्य, विचार और मर्यादा ही किसी लोकतंत्र की असली शक्ति हैं। लालकृष्ण आडवाणी का जीवन इन्हीं सिद्धांतों का परिचायक है, और यही कारण है कि वे आज भी भारतीय राजनीति के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।


