नीतीश सरकार के दावों की पोल खुली,रात भर के बारिश में पटना के कई इलाके जलमग्न

पटना।पिछले वर्ष हुए जल प्रलय से बुरी तरह बर्बाद हुआ पटना शहर इस वर्ष के मानसून में भी रात्रि भर के बारिश में ही लगभग डूबने के कगार पर पहुंच गयी या यूं कहिए की डूब गयी। रात भर की बारिश ने बिहार के नीतीश सरकार तथा पटना नगर निगम के सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है।पिछले साल हुए जल प्रलय के बाद भी बिहार सरकार नहीं चेत सकी। नतीजतन कल रात भर के बारिश ने पटना के अधिकांश इलाकों को पुनः जलजमाव की स्थिति में पहुंचा दिया।उल्लेखनीय है कि सरकार ने बहुत सारे दावे किए थे की बुडको तथा पटना नगर निगम के द्वारा इस वर्ष वर्षा के जल की निकासी की समुचित व्यवस्था की गई है।मगर कल रात भर की बारिश ने शहर वासियों को जो हालात बयां की है।उसकी बानगी कुछ और ही कह रही है।रात भर की बारिश ने दानापुर से लेकर कंकड़बाग तक के महत्वपूर्ण इलाकों को जलमय कर दिया है।शहर वासियों को इसे लेकर बेहद आक्रोश है की पिछले साल आए जल प्रलय के बावजूद सरकार इस साल एहतियात नहीं बरत सकी।कई इलाकों में रात भर हुई बारिश से झील की स्थिति बन गई पटना का राजेंद्र नगर इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।यहां बहादुरपुर, रामपुर समेत कई मोहल्ले पूरी तरह से जलमग्न हो गए। दूसरी ओर पटना के ही राजबंशी नगर इलाके में भी कई घरों में पानी घुस गया है।यही हाल पुनाईचक समेत अन्य इलाकों का भी रहा है।पटना के पॉश इलाके में शुमार बेली रोड पर कई जगह पानी जमा हो गया है, तो वहीं इनकम टैक्स चौराहा के पास स्थित विद्युत भवन के कैंपस में भी जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है।पटना के ही पाटलिपुत्र कॉलोनी, फुलवारीशरीफ और अनीसाबाद के कई मोहल्लों में भी जलजमाव की खबर है।कई घरों में बरसात का पानी इतना घुस गया है कि घर में रखा सारा सामान बर्बाद हो गया है। पहली बारिश ने ही पटना में नाला उड़ाही की हकीकत को पूरी तरह से सामने लाकर खड़ा कर दिया है।
