CM नीतीश शराबबंदी के लिए कर रहे हैं समाज सुधार यात्रा, वही पूर्णिया में पुलिसकर्मी छलका रहे जाम
पूर्णिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्ण शराबबन्दी के लिए कृत संकल्पित हैं। शराबबंदी कानून के शत प्रतिशत पालन करवाने में पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका है और उऩ्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है। लेकिन, एक तरफ सीएम जिला जिला जाकर शराबबंदी का पाठ पढ़ा रहे हैं वहीं, दूसरी ओर पूर्णिया जिले के कुछ पुलिसकर्मी खुद जाम छलकाकर शराबबन्दी कानून की खिल्ली उड़ा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी स्थित एक बीयर बार में जाम छलकाते चार सिपाही का फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह पार्टी दो जनवरी की बताई जा रही है। पता चला है कि ये लोग शराब पीने के लिए अक्सर बंगाल चले जाते हैं। आज सीएम नीतीश कुमार औरंगाबाद में शराबबंदी को प्रभावी करने के लिए समाज सुधार यात्रा पर हैं वहीं, सोशल मीडिया पर प्याला टकराते सिपाहियों की तस्वीर जमकर वायरल हो गयी है।

पूर्णिया जिला बल के जिन चार सिपाहियों की तस्वीर वायरल हो रही है उनमें से तीन सिपाही पुलिस लाइन में तैनात हैं तो एक बरहराकोठी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक ओपी में तैनात है। दो सिपाही पहले से भी विवादों में रहे है। केहाट सहायक थाना में तैनाती के दौरान दोनों सिपाही पर पकड़े गए बाइक का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। उसके बाद पुलिस अधीक्षक ने कारवाई करते हुए उन्हें लाइन हाजिर कर दिया था। इसके बावजूद, पुलिस लाइन से निकलकर चौक चौराहों पर पुलिसगिरी दिखाना जारी था। बताया जाता है अधिकांश पुलिसकर्मी बिना वरीय अधिकारियों को सूचना दिए ही दो जनवरी को पार्टी मनाने के लिए सिलीगुड़ी गये थे। पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि पुलिसकर्मी के शराब पीने मामले को लेकर जांच पड़ताल की जाएगी। मामला सत्य पाए जाने पर कठोर करवाई की जाएगी। शराब बन्दी कानून में किसी भी तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
राज्य में शराबबंदी होने के कारण जाते हैं बंगाल
बताया जाता है कि कई अन्य लोगों के साथ चारो पुलिस कर्मी शराब की पार्टी मनाने के लिए सिलीगुड़ी गये थे। लेकिन, नशा अधिक होने के ये होश खो बैठे। सबने खुद ही हाथ में शराब लेकर बीयर बार के आगे फोटो शूट करवाया। जब फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो खलबली मच गयी। अब यह चर्चा का विषय बना हुआ है। वरीय अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि कितने लोग पार्टी मानने बंगाल गये थे। यह भी पता लगाया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों को सिलिगुड़ी में ले जाकर पार्टी का इंतजाम किसके द्वारा किया गया था।
मोबाइल के लोकेशन से भी जांच में होगी आसानी
इस मामले में चारो पुलिसकर्मियों के मोबाइल का लोकेशन लिया जाए तो मामले कि सच्चाई सामने आ जाएगी। किस तारीख को, कितने बजे, किस बीयर बार में जाकर चारों पुलिसकर्मियों ने शराब पार्टी का आयोजन किया था, यह आसानी से पता चल जाएगा। अब देखने वाली बातहोगी कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक और सीएम के स्तर से क्या कार्रवाई की जाती है।

