आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे है नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने दी बधाई

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आज जन्मदिन है। वह 73 साल के हो गए हैं। जन्मदिन के मौके पर बधाई का भी सिलसिला शुरू हो गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आरसीपी सिंह समेत तमाम नेताओं की ओर से बधाई के संदेश दिए जा रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीएम नीतीश कुमार के लिए लिखा है, “बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को हार्दिक शुभकामनाएं। लोगों की सेवा में उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।” वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर आपको दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन प्रदान करें। वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सीएम नीतीश कुमार को जन्मदिन पर बधाई दी है। उन्होंने माता जानकी से प्रार्थना की है। एक्स पर लिखा- बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई! माता जानकी से आपके लिए उत्तम स्वास्थ्य और सुदीर्घ जीवन की प्रार्थना है। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह कभी सीएम नीतीश कुमार के काफी करीब थे। वह जेडीयू में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर भी रहे। इन सबके बीच विवाद पैदा हुआ और आरसीपी सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। अब जन्मदिन पर सारी चीजों को भूलकर उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को उनके जन्मदिन पर शुभकामना दी है। आरसीपी सिंह ने लिखा- बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।
1 मार्च 1951 को नालंदा में हुआ था जन्म
नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को नालंदा जिले के हरनौत (कल्याण बिगहा) में हुआ था। उनके पिता कविराज राम लखन वैद्य और स्वतंत्रता सेनानी थे। आज भी उनके घर में वह जगह वैसी ही मौजूद है, जहां उनके पिता च्यवनप्राश और आयुर्वेदिक दवाओं की पुड़िया बनाते थे। नीतीश कुमार ने 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से विद्युत इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। फिर कुछ समय बिहार राज्य बिजली बोर्ड में इंजीनियर के रूप में सेवा दी।
जेपी के छात्र आंदोलन में नीतीश कुमार का नाम पहली बार उभरा
जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में हुए छात्र आंदोलन में नीतीश कुमार का नाम पहली बार उभरा और यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद वह रुके नहीं और आज वह अपने राजनीतिक करियर में शिखर पर हैं। बाद में राजनीति में आ गए।
वर्ष 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री बने नीतीश
वे वर्ष 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री बने। आपको बता दें इसी साल 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने 9वीं बार सीएम पद की शपथ ली थी। और बिहार में उनके नेतृत्व में एनडीए की नई सरकार बनी। नीतीश के साथ बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने भी शपथ ली। 17 साल से ज्यादा वक्त से नीतीश कुमार बिहार के सीएम पद की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। नीतीश कुमार जब 115 विधायकों के पार्टी के मुखिया हुआ करते थे तब भी मुख्यमंत्री थे और आज जब उनके पास 45 विधायक बचे तब भी वह मुख्यमंत्री हैं।
दहेज मुक्त अपनी शादी के लिए पिता से लड़े थे
नीतीश के दोस्त कौशल किशोर ने बताया कि जब नीतीश कुमार कॉलेज में पढ़ रहे थे उसी वक्त उनकी शादी तय हो गई थी। उन्हें देखने के लिए उनकी पत्नी के फूफा हॉस्टल आए थे। तब उनके सभी दोस्त ने ही मिलकर ससुराल वालों का स्वागत किया था। नीतीश कुमार ने सीधे कहा था कि जहां उनके माता-पिता चाहेंगे, वहां वह शादी कर लेंगे, इसलिए उन्हें इस शादी से कोई ऐतराज नहीं है। पर जब उन्हें पता चला कि उनकी शादी के लिए दहेज लिया जा रही है तो वह काफी गुस्सा हुए। नीतीश वहां से निकलकर सीधे अपने माता-पिता के पास पहुंचे और घर जाकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अपने माता-पिता के सामने दो शर्त रखी। उन्होंने कहा कि ‘आपने मुझसे पूछा कि वह लड़की मुझे शादी के लिए पसंद है या नहीं, तो अब आप उस लड़की से भी पूछिए कि मैं उसे वर के रूप में पसंद हूं या नहीं।’ दूसरा उन्होंने यह कहा कि ‘दहेज का एक-एक पैसा वापस करें। कोई पैसा नहीं लिया जाएगा, आदर्श से शादी होगी।’ फिर उनके पिताजी ने सारा दहेज का पैसा वापस कर दिया।

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