November 12, 2025

बांका में एक के बाद 9 गैस सिलेंडर हुए ब्लास्ट, पांच लोगों की हालत गंभीर, तीन दुकान जलकर राख

बांका। जिले से गुरुवार देर रात एक भयावह हादसे की खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। बेलहर थाना क्षेत्र के साहबगंज चौक पर स्थित एक चाय-पान की दुकान में अचानक गैस सिलेंडर फट गया। देखते ही देखते आग इतनी भयंकर हो गई कि बगल की दो और दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में एक के बाद एक कुल नौ गैस सिलेंडर फट गए, जिनकी धमक से पूरा बाजार दहल उठा। आसपास के घरों और दुकानों में भगदड़ मच गई। इस हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जबकि तीन दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं।
हादसा कैसे हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा गुरुवार की रात करीब 10 बजे हुआ। साहबगंज चौक पर लालो भगत की एक छोटी सी चाय-पान की दुकान थी। दुकान में गैस चूल्हे पर चाय बनाते समय अचानक गैस रिसने लगी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, गैस सिलेंडर में जोरदार विस्फोट हुआ और आग की लपटें पूरी दुकान में फैल गईं। आग इतनी तेजी से फैली कि लालो भगत और आसपास मौजूद लोग जान बचाकर भागने लगे। देखते ही देखते बगल की दो अन्य दुकानों — एक जनरल स्टोर और दूसरी मोबाइल रिपेयरिंग शॉप — में भी आग लग गई। कुछ ही मिनटों में तीनों दुकानें धधकने लगीं।
नौ सिलेंडर फटने से दहला पूरा बाजार
स्थानीय लोगों के मुताबिक, चाय-पान की दुकान में दो छोटे गैस सिलेंडर थे, जबकि पास की दुकानों में भी कई सिलेंडर रखे हुए थे। आग फैलने के बाद एक के बाद एक कुल नौ सिलेंडर फट गए। हर विस्फोट की आवाज पूरे इलाके में गूंज रही थी। आसपास के लोग अपने घरों से निकल आए और सड़कों पर अफरातफरी मच गई। धमाकों के कारण कई मीटर दूर तक झटके महसूस किए गए और दुकानों के शीशे टूट गए। लोगों ने बताया कि लपटें इतनी ऊंची थीं कि वह 30 से 40 फीट ऊपर तक जा रही थीं।
लोगों ने बुझाने की कोशिश की, पर नाकाम रहे
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने बाल्टियों और पाइप की मदद से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि कोई पास नहीं जा पा रहा था। आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया। अंततः पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई। कुछ ही देर में बेलहर और बांका से दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक तीनों दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थीं।
पांच लोग घायल, अस्पताल में भर्ती
इस घटना में पांच लोग आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों की पहचान कृष कुमार भगत (17), जितेंद्र यादव (43), अंकित कुमार (22), अजीत कुमार (17) और एक छोटे बच्चे आकाश कुमार के रूप में हुई है। सभी घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बेलहर में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन दो घायलों के शरीर पर 40 प्रतिशत से अधिक जलने के निशान हैं। डॉक्टरों ने बताया कि समय पर प्राथमिक उपचार मिलने के कारण उनकी जान बचाई जा सकी। यदि विस्फोट के बाद स्थानीय लोग तुरंत मदद न करते, तो हताहतों की संख्या और बढ़ सकती थी।
लाखों की संपत्ति जलकर खाक
इस आगजनी में तीनों दुकानों में रखा सामान पूरी तरह नष्ट हो गया। दुकानों में गैस सिलेंडर, तेल, प्लास्टिक सामग्री, खाने-पीने का सामान, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मौजूद थे, जिससे आग और तेजी से फैल गई। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, हादसे में करीब 10 से 12 लाख रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई है। साहबगंज मार्केट परिसर में नवयुवक संघ द्वारा संचालित दुकानों के पूरी तरह नष्ट हो जाने से व्यापारियों में गहरा आक्रोश और निराशा है।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही बेलहर थाना अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि “आगजनी की घटना गंभीर है। पुलिस ने मौके से सबूत इकट्ठा किए हैं और यह जांच की जा रही है कि गैस सिलेंडर कैसे फटा।” उन्होंने कहा कि सभी गैस एजेंसियों को निर्देश दिया जाएगा कि वे सिलेंडर की समय-समय पर जांच सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। स्थानीय प्रशासन ने भी राहत और बचाव कार्य में तत्परता दिखाई। घटना स्थल के आसपास की दुकानों को खाली कराया गया ताकि किसी और सिलेंडर के फटने की संभावना न रहे।
लोगों में दहशत और नाराजगी
इस घटना के बाद पूरे साहबगंज बाजार में दहशत का माहौल है। कई दुकानदारों ने कहा कि बाजार में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। बिजली के तार खुले लटके रहते हैं और गैस सिलेंडर खुले में रखे जाते हैं, जिससे हादसे की संभावना हमेशा बनी रहती है। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि मार्केट क्षेत्र में फायर सेफ्टी के उपकरण अनिवार्य किए जाएं और दुकानदारों को गैस सुरक्षा नियमों के पालन के लिए प्रशिक्षण दिया जाए। बांका के साहबगंज चौक का यह हादसा एक बार फिर इस बात की याद दिलाता है कि छोटी-सी लापरवाही किस तरह बड़े हादसे का रूप ले सकती है। गैस सिलेंडर जैसे ज्वलनशील उपकरणों के उपयोग में सावधानी और सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और घायलों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है और लोग इस भयावह रात को कभी न भूलने वाली त्रासदी के रूप में याद कर रहे हैं।

You may have missed