September 6, 2025

मोतिहारी में इंडो नेपाल बॉर्डर से नाइजीरियाई नागरिक गिरफ्तार, घुसपैठ की कोशिश, पूछताछ जारी

मोतिहारी। भारत-नेपाल सीमा से जुड़े रक्सौल बॉर्डर पर एक बड़ी कार्रवाई की गई। एसएसबी और हरैया थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक नाइजीरियाई नागरिक को भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह घटना सीमा सुरक्षा और विदेशी घुसपैठ को लेकर जारी सतर्कता का एक और उदाहरण है।
एसएसबी की चौकसी में हुई गिरफ्तारी
जानकारी के अनुसार, एसएसबी जवान इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नियमित रूप से गश्ती और निगरानी करते हैं। इसी दौरान उन्होंने देखा कि एक विदेशी व्यक्ति संदिग्ध तरीके से भारत की ओर आने की कोशिश कर रहा है। पूछताछ में उसकी पहचान यूचे जोसेफ ओकोये नामक नाइजीरियाई नागरिक के रूप में हुई। उसे तुरंत पकड़कर हरैया थाना पुलिस को सौंप दिया गया।
फर्जी पासपोर्ट से घुसपैठ का प्रयास
पुलिस जांच में यह सामने आया कि यूचे जोसेफ ओकोये “Republic of Cote d’Ivoire” का फर्जी पासपोर्ट लेकर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। यह दस्तावेज पूरी तरह से जाली पाया गया। इस बात ने पुलिस को और सतर्क कर दिया कि आरोपी लंबे समय से फर्जी पहचान और नकली दस्तावेजों के सहारे भारत में रह रहा था।
भारत में पहले भी रह चुका है आरोपी
पुलिस की जांच में एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। यूचे जोसेफ ओकोये 15 अप्रैल 2012 को पहली बार भारत आया था। उसने मुंबई एयरपोर्ट से मेडिकल वीजा लेकर देश में प्रवेश किया था। लेकिन वीजा खत्म होने के बाद उसने देश नहीं छोड़ा और बिना पासपोर्ट और वीजा के ही करीब 12 साल तक मुंबई में छिपकर रहा। इस दौरान वह किन गतिविधियों में शामिल रहा, इसकी जांच की जा रही है।
नेपाल से भारत में घुसने की कोशिश
हाल ही में आरोपी नेपाल के रक्सौल बॉर्डर के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों ने उसकी हरकत पर तुरंत संदेह जताया और पूछताछ की। दस्तावेजों की जांच में पासपोर्ट फर्जी निकलने पर उसे हिरासत में ले लिया गया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
हरैया थाना पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ घुसपैठ और फर्जी पासपोर्ट रखने का मामला दर्ज किया गया है। उसके भारत में 12 साल तक रहने के दौरान किन लोगों से संपर्क था और वह किस उद्देश्य से यहां रह रहा था, इसकी विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं उसका संबंध हवाला कारोबार, ड्रग्स या किसी आपराधिक गिरोह से तो नहीं है।
सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ी सतर्कता
इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं। इंडो-नेपाल बॉर्डर पर अक्सर तस्करों, घुसपैठियों और अवैध कारोबारियों की सक्रियता देखी जाती है। ऐसे में नाइजीरियाई नागरिक का फर्जी पासपोर्ट के साथ पकड़ा जाना सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर माना जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सीमा क्षेत्र पर विदेशी नागरिकों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। इस मामले में सभी पहलुओं से जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मोतिहारी में हुई इस गिरफ्तारी ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि सीमा पर सतर्कता कितनी जरूरी है। यूचे जोसेफ ओकोये का मामला न सिर्फ अवैध घुसपैठ का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कुछ विदेशी नागरिक लंबे समय तक फर्जी पहचान बनाकर देश में रह सकते हैं। इस घटना से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्कता बढ़ाने और निगरानी तंत्र को और मजबूत करने की जरूरत पर जोर मिला है।

You may have missed