October 28, 2025

सीट शेयरिंग पर बोले सम्राट चौधरी, एनडीए पूरी तरह से एकजुट, जल्द होगी उम्मीदवारों की घोषणा

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों ने अब गति पकड़ ली है। राज्य की सियासत में गर्मी बढ़ने लगी है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दल अब पूरी सक्रियता के साथ मैदान में उतर चुके हैं। गुरुवार को जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने शीर्ष नेताओं के साथ अहम बैठक की, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की विशेष बैठक आयोजित हुई। दोनों बैठकों का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा, उम्मीदवारों का चयन और रणनीति को अंतिम रूप देना रहा।
बीजेपी की बैठक और संगठन की रणनीति
बीजेपी मुख्यालय में हुई बैठक में संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी स्थिति का विश्लेषण किया। पार्टी ने खास तौर पर उन क्षेत्रों पर चर्चा की, जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में उसका प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा था। इस बार पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पिछली कमियों को सुधारा जाए और उम्मीदवारों का चयन स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखकर किया जाए। बैठक में प्रदेश और संगठन के स्तर के प्रमुख पदाधिकारी शामिल थे, जिन्होंने बूथ स्तर तक की तैयारियों का ब्यौरा दिया।
जेडीयू की बैठक में उम्मीदवार चयन पर चर्चा
मुख्यमंत्री आवास पर जेडीयू की बैठक काफी अहम मानी जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विशेष रूप से उन सीटों पर चर्चा हुई जहां पार्टी को पिछली बार हार का सामना करना पड़ा था। इन सीटों पर यह विचार किया गया कि क्या नए चेहरों को मौका दिया जाए या फिर पुराने उम्मीदवारों पर भरोसा बनाए रखा जाए। नीतीश कुमार ने खुद सभी नेताओं से फीडबैक लिया और स्थानीय स्तर पर पार्टी की स्थिति की जानकारी हासिल की।
सम्राट चौधरी का बयान और गठबंधन की स्थिति
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट है और सीट शेयरिंग को लेकर सभी घटक दलों के बीच सहमति बनाने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा, “एनडीए में किसी तरह का मतभेद नहीं है। सभी दलों से बात हो रही है और जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनडीए के सभी घटक दल एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेंगे और बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी।
सीट बंटवारे पर जल्द सहमति की उम्मीद
हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों के अनुसार जल्द ही इस पर सहमति बन जाएगी। संकेत यह मिल रहे हैं कि उम्मीदवारों की पहली सूची कुछ ही दिनों में जारी की जा सकती है। गठबंधन की कोशिश है कि सीटों को लेकर कोई सार्वजनिक विवाद न हो और सभी दलों के बीच संतुलन बनाकर चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया जाए।
पिछले प्रदर्शन का विश्लेषण और सुधार की दिशा में कदम
बीजेपी और जेडीयू दोनों ही पार्टियां इस बार अपनी पिछली गलतियों को सुधारने के मूड में हैं। 2020 के चुनावों में जहां कई सीटों पर करीबी मुकाबले में हार हुई थी, वहीं कुछ इलाकों में स्थानीय असंतोष भी देखने को मिला था। इसलिए इस बार उम्मीदवारों के चयन में पार्टी नेतृत्व बेहद सावधानी बरत रहा है। कई सीटों पर नए चेहरों को मौका दिए जाने की संभावना है, ताकि मतदाताओं के बीच नया विश्वास स्थापित किया जा सके।
गठबंधन की एकता पर भरोसा
एनडीए की ओर से लगातार यह संदेश दिया जा रहा है कि गठबंधन के भीतर किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि एनडीए विकास और स्थिरता की राजनीति के साथ जनता के बीच जाएगा। सभी घटक दलों का साझा उद्देश्य एक ही है—बिहार में फिर से स्थिर और मजबूत सरकार का गठन करना। कुल मिलाकर, बिहार की राजनीति एक बार फिर चुनावी मोड में प्रवेश कर चुकी है। एनडीए के घटक दलों के बीच समन्वय और तालमेल की प्रक्रिया जारी है। बीजेपी और जेडीयू दोनों अपने स्तर पर संगठन को मजबूत कर रहे हैं और उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के बयान से यह स्पष्ट है कि गठबंधन के भीतर कोई दरार नहीं है और एनडीए एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है। आने वाले दिनों में उम्मीदवारों की घोषणा और सीट बंटवारे के साथ बिहार की सियासत और भी गरमाने वाली है।

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