विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए नरेंद्र यादव आज करेंगे नामांकन, निर्विरोध होगा निर्वाचन
पटना। बजट सत्र के सातवें दिन सबसे पहले विधानसभा के नए उपाध्यक्ष के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया होगी। इसके लिए सुबह 10.30 बजे का समय निर्धारित किया गया है। एनडीए की तरफ से नरेंद्र नारायण यादव अपना नॉमिनेशन विधानसभा के सचिव के चैंबर में दाखिल करेंगे। अध्यक्ष पद की तरह उपाध्यक्ष पद के लिए भी विपक्ष की तरफ से कोई भी कैंडिडेट का नाम सामने नहीं आया है। ऐसे में इनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है। सदन में प्रश्न काल के दौरान आज राजस्व एवं भूमि सुधार, सहकारिता, कृषि, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, पशु एवं मत्स्य संसाधन, नगर विकास एवं आवास और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के लगभग 150 से ज्यादा सवाल सूचीबद्ध किए गए हैं। इसका जवाब सरकार की तरफ से दिया जाएगा। वहीं, विपक्ष आज भी कई मुद्दों पर सदन के अंदर -बाहर हंगामा कर सकता है। पिछले दो दिनों से सदन में लेफ्ट, राजद और कांग्रेस के विधायकों ने केके पाठक और दलित के अपमान के मुद्दे पर सदन में विरोध जताया।हालांकि, सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को ईमानदार बताते हुए हुए उनका बचाव किया। दूसरी तरफ विपक्ष के विधायक दलितों के अपमान का मुद्दा बनाकर बीजेपी विधायक कुमार शैलेंद्र से माफी की मांग कर रहे हैं। उधर,सत्र की दूसरी सेशन में 13 विभागों के बजट अनुदानों की मांगों पर कटौती प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसमें मुख्य रूप से पथ निर्माण विभाग, कृषि विभाग, गन्ना उद्योग विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, श्रम संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, एससी-एसटी कल्याण विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और पर्यटन विभाग शामिल है। इसके पहले बुधवार को सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता महेश्वर हजारी ने बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा सचिवालय द्वारा बुधवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार हजारी का इस्तीफा 21 फरवरी की दोपहर से प्रभावी हो गया। कल्याणपुर निर्वाचन क्षेत्र (आरक्षित) से दूसरी बार विधायक बने महेश्वर हजारी मार्च, 2021 से उपाध्यक्ष पद पर थे। इस्तीफा देने के बाद महेश्वर हजारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने स्वेच्छा से और मुख्यमंत्री एवं जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ उचित परामर्श के बाद इस्तीफा दिया है। पूर्व मंत्री हजारी से जब मंत्रिमंडल में शामिल होने या लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट मिलने की अटकलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसका सीधा उत्तर देने के बजाए कहा कि मैं पार्टी का प्रतिबद्ध सिपाही हूं। आलाकमान मेरे बारे में जो भी निर्णय लेगा, मैं उसका पालन करूंगा।