एनडीए अलग होने और इस्तीफा देने पर मुकेश सहनी की सफाई, बोले- हम अभी सरकार में है, एनडीए में कहीं कोई दिक्कत नहीं
पटना। शुक्रवार को पटना में एनडीए विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक से कुछ ऐसी बातें निकलकर सामने आयी। जिससे यह फाइनल हो गया कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां तक कहा जा रहा है VIP सुप्रीमो और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले हैं। इस बीच शनिवार को मुकेश सहनी ने इस्तीफे वाले बात पर सफाई दी है। एनडीए में सब ठीक चल रहा है के सवाल पर मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि एकदम सब ठीक ठाक चल रहा है। एकदम बढ़िया चल रहा है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि मजबूती से NDA की सरकार चल रही है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।

किसी को आपत्ति है तो कहिए सरकार से बाहर निकलकर रोड पर आकर लड़ाई लड़ेगे : मुकेश सहनी
मुकेश सहनी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। हां ये बात सही है कि जब से हमने अतिपिछड़ा को 15 परसेंट आरक्षण बढ़ाने का मांग किया है तब से कुछ राजनितिक पार्टी में कुछ नेताओं में कुछ समस्या बढ़ गया है। उसी चीज को लेकर हमने सीएम नीतीश कुमार जी को कहा कि जल्द से जल्द NDA की बैठक हो। मुकेश सहनी ने कहा कि NDA के घटक दल और सहयोगी होने के नाते हमारी भी कुछ मांग है और बिहार के जनता के हित की बात है। अतिपिछड़ा समाज के हित की बात है। उसको आरक्षण बढ़ाए जाए। उसके लिए हमने मांग रखा है इसमें और ज्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुत ऐसी बात है जो सब विधायकों के सामने नहीं कह सकते हैं। लीडर वाला बात तो लीडरशिप वाली जगह पर ही हो सकती है ना। वहीं मंत्री पद से इस्तीफे के सवाल पर मुकेश सहनी ने कहा कि अभी हम सरकार में हैं। सरकार हमारी है। उन्होंने कहा कि मैंने कहा कि किसी को आपत्ति है तो कहिए सरकार से बाहर निकलकर रोड पर आकर लड़ाई लड़ेगे।
सहनी ने कहा कि लगता है कि सरकार में रहकर हम ये बात नहीं कह सकते हैं तो हम रोड पर आकर बात करेंगे। इसके पूर्व शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एनडीए विधायक दल की बैठक हुई थी। जिसमें बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी के सभी विधायक मौजूद थे। बैठक में जब मंत्री मुकेश साहनी की बोलने की बारी आई तो उन्होंने साफ लहजे में कह दिया कि सरकार में अफसरशाही इतनी हावी है कि उनकी बात दारोगा तक नहीं मानते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बात एनडीए में नहीं सुनी जाती है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर उनकी बात नहीं सुनी जाएगी तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

