मुजफ्फरपुर में दर्दनाक हादसा, करंट लगने से मां बेटे की मौत, दो बच्चे बाल-बाल बचे

मुजफ्फरपुर। जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के रत्नपुर केवल गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार देर शाम करंट की चपेट में आने से एक मां और उसके बेटे की मौत हो गई, जबकि परिवार के दो छोटे बच्चे बाल-बाल बच गए। इस हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
जलावन लाने निकले थे मां-बेटे
मृतका पिंकी देवी के पति मिलन राय ने बताया कि शुक्रवार शाम उनकी पत्नी पिंकी देवी तीन बेटों के साथ घर के पास जलावन लाने के लिए निकली थीं। उस समय मौसम में हल्की बारिश हो रही थी और खेतों में धान रोपने का काम चल रहा था। मिलन राय खुद खेत पर मजदूरी कराने गए थे। इसी दौरान घर के पीछे बिजली के पोल में अचानक करंट दौड़ गया।
बड़े बेटे को बचाने गई मां
पिंकी देवी का बड़ा बेटा हंस राज जैसे ही उस पोल के पास पहुंचा तो उसे जोरदार झटका लगा। करंट लगते ही बच्चा मौके पर ही छटपटाने लगा। अपने बेटे को छटपटाते देख पिंकी देवी घबरा गईं और बिना कुछ सोचे उसे बचाने दौड़ पड़ीं। लेकिन पोल में फैले करंट की चपेट में वो भी आ गईं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
दो बच्चों की बची जान
घटना के वक्त पिंकी देवी के साथ उनके दो और बेटे प्रीतम और तेज भी थे। सौभाग्य से दोनों बच्चे उस पोल से दूर थे और करंट की चपेट में नहीं आए। हादसे के बाद दोनों बच्चे जोर-जोर से रोने लगे। उनकी आवाज सुनकर आस-पास के ग्रामीण वहां दौड़े चले आए। जब उन्होंने देखा कि मां और बेटे की मौत हो चुकी है तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
गांव में पसरा मातम
इस हादसे की खबर से रत्नपुर केवल गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों के अनुसार पिंकी देवी और उनका परिवार बेहद गरीब था। जलावन के लिए लकड़ियां लाना ही उनके रोजमर्रा के कामों में शामिल था। किसी ने सोचा भी नहीं था कि मामूली सी बारिश इस परिवार पर इतना बड़ा कहर बनकर टूटेगी।
पुलिस ने शव भेजा पोस्टमार्टम के लिए
घटना की सूचना मिलते ही बरियारपुर थाना की थानाध्यक्ष चांदनी सवारियां अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भिजवाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे की हर पहलू से जांच की जा रही है।
लापरवाही की जांच शुरू
ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बारिश के दौरान बिजली के पोलों की जांच-पड़ताल नहीं की जाती। यही वजह है कि पोल में करंट फैल गया और हादसा हुआ। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहराई से जांच होगी और यदि कहीं लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
परिवार की आर्थिक मदद की मांग
गांव के लोगों ने प्रशासन से मृतक परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अब पिंकी देवी के पति मिलन राय के ऊपर तीन छोटे बच्चों की जिम्मेदारी आ गई है। हादसे के बाद से वह सदमे में हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने भी प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता राशि जल्द से जल्द मिले ताकि बच्चों का पालन-पोषण हो सके।
सुरक्षा उपायों पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बारिश के मौसम में जर्जर तार और पोल अक्सर हादसों को न्योता देते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते बिजली विभाग ने पोल की मरम्मत कर दी होती तो शायद यह हादसा टल जाता। यह घटना पूरे इलाके के लिए एक चेतावनी भी है कि बिजली से जुड़े उपकरणों और पोल की नियमित जांच जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से लोगों की जान बचाई जा सके। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और परिवार को न्याय दिलाने की मांग भी तेज हो गई है।

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