प्रदेश में त्योहारों को लेकर 8 हज़ार से अधिक सिपाहियों की हुई तैनाती, प्रदेश में अलर्ट, पुलिस मुख्यालय का निर्देश जारी

पटना। बिहार में आगामी त्योहारों के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। प्रदेश में मिलाद-उल-नबी (5 सितंबर), अनंत चतुर्दशी और गणेश विसर्जन (6 सितंबर), विश्वकर्मा पूजा व विसर्जन (17 सितंबर) तथा गया में चल रहे पितृपक्ष मेले (6 से 21 सितंबर) जैसे बड़े आयोजनों को देखते हुए अलर्ट घोषित किया गया है। एडीजी (विधि-व्यवस्था) पंकज दराद ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि इस बार राज्यभर में 8,000 से अधिक प्रशिक्षु सिपाहियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि त्योहारों के दौरान भीड़-भाड़ और जुलूसों में किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद रहेगा।
सभी जुलूसों पर निगरानी, डीजे पर प्रतिबंध
एडीजी ने स्पष्ट किया कि किसी भी जुलूस को पुलिस स्कॉर्ट के बिना निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि “डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा और केवल लाइसेंस प्राप्त जुलूसों को ही मंजूरी मिलेगी। संवेदनशील जुलूसों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में सबूत उपलब्ध रहें।” जुलूस मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतते हुए उन स्थानों पर अतिरिक्त बल और दंडाधिकारी की तैनाती की गई है, जहां दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थल पड़ते हैं। असामाजिक तत्वों पर नज़र रखने और संभावित उपद्रवियों से अग्रिम बांड भरवाने की कार्रवाई भी की जा रही है।
सोशल मीडिया पर भी निगरानी
त्योहारों के दौरान अफवाह फैलाने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने इंटरनेट मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है। साइबर सेल को सक्रिय कर दिया गया है और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
पितृपक्ष मेले के लिए विशेष सुरक्षा
गया में हर साल आयोजित होने वाला पितृपक्ष मेला इस बार 6 से 21 सितंबर तक चलेगा। लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से यहां पहुंचते हैं, ऐसे में सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। एडीजी ने बताया कि स्थानीय पुलिस बल के अलावा 395 पुलिस पदाधिकारी, 1600 हवलदार-सिपाही और 800 गृहरक्षकों को ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, 5 कंपनी बी-सैप, 1 कंपनी दंगारोधी बल, 2 ट्रूप अश्वारोही बल और 2 अश्रु गैस दस्तों की भी तैनाती की गई है। पितृपक्ष मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
रेलवे और अन्य जिलों में भी सुरक्षा बढ़ी
पटना रेल जिला को भी त्योहारों के मद्देनज़र अतिरिक्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराए गए हैं। इसमें बी-सैप की 1 कंपनी, 20 पुलिस पदाधिकारी और 100 गृहरक्षक शामिल हैं। राज्य के अन्य जिलों को भी परिस्थिति के अनुसार अतिरिक्त बल मुहैया कराया गया है।
एडीजी की अपील: शांति और सौहार्द बनाए रखें
एडीजी पंकज दराद ने जनता से अपील की कि त्योहार आपसी सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार है, लेकिन शांति बनाए रखना केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज के हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की। त्योहारों का मौसम शुरू होते ही बिहार पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता पर रखा है। अतिरिक्त बल की तैनाती, कड़े निर्देश और सोशल मीडिया पर निगरानी जैसे कदम यह दर्शाते हैं कि प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अब देखना यह होगा कि जनता और प्रशासन मिलकर इस बार के त्योहारों को शांति और सौहार्द के माहौल में मना पाते हैं या नहीं।
