प्रदेश में मानसून का असर शुरू, तेज हवा की संभावना, सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

पटना। जून महीने की शुरुआत के साथ ही बिहार में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। राज्य के कुछ हिस्सों में जहां शुष्क मौसम बना हुआ है, वहीं उत्तर-पूर्वी जिलों में भारी बारिश और तेज हवा का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार जैसे जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।
तेज हवा और वज्रपात की संभावना
इन सात जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के भीतर तेज हवा चलने, वर्षा और वज्रपात की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे इन क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, खासकर खेतों में कार्यरत किसानों को बिजली गिरने के खतरे से बचने के लिए सावधानी बरतने को कहा गया है।
कृषि क्षेत्र पर प्रभाव की आशंका
जिन जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है, वे मुख्यतः कृषि प्रधान क्षेत्र हैं। इन दिनों इन इलाकों में खरीफ फसल की बुआई और धान की रोपनी की तैयारी चल रही है। अचानक तेज बारिश या वज्रपात जैसी घटनाएं इन फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। किसानों के लिए यह समय अत्यंत संवेदनशील है, इसलिए मौसम की हर छोटी-बड़ी जानकारी पर ध्यान देना आवश्यक है।
राज्य के अन्य हिस्सों में उमस और गर्मी का असर
राज्य के बाकी इलाकों में अभी मानसून सक्रिय नहीं हुआ है, इसलिए मौसम अपेक्षाकृत शुष्क बना हुआ है। पटना, आरा, जमुई, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर और बांका में पिछले 24 घंटों में हल्की बारिश दर्ज की गई है। हालांकि गर्मी और उमस का असर अब भी बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले चार दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे दिन और रात दोनों समय गर्मी ज्यादा महसूस होगी।
नालंदा में आंधी से नुकसान
नालंदा जिले में तेज आंधी-तूफान ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। कई जगहों पर मकानों की छतें उड़ गईं और पेड़ उखड़ गए। इसके साथ ही सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बन गई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और मरम्मत कार्य शुरू किया गया है।
रात का तापमान भी बढ़ेगा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अभी रात के तापमान में कोई खास अंतर नहीं दिख रहा, लेकिन आने वाले दिनों में इसमें भी 2 से 4 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। इससे नींद में खलल और थकान की समस्या बढ़ सकती है। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
मानसून के शुरुआती संकेत
बिहार में उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी हवाओं की टकराहट अब भी जारी है, जिससे वातावरण में नमी बनी हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगर यह सिस्टम सक्रिय रहा तो अगले सप्ताह से मानसून के शुरुआती संकेत मिलने शुरू हो जाएंगे। यह संकेत किसानों और आम लोगों के लिए राहत की खबर हो सकती है। इस प्रकार, बिहार में मानसून की आहट सुनाई देने लगी है। हालांकि फिलहाल स्थिति मिश्रित है—कुछ जिलों में बारिश और चेतावनी है तो अन्य में गर्मी और उमस। ऐसे में सतर्कता और मौसम की सही जानकारी ही सबसे जरूरी है।
