‘वीर बाल दिवस’ पर पीएम मोदी ने चार साहिबजादों को किया नमन, बलिदान और शहादत की दिलाई याद
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर ‘साहिबजादों’ को सम्मान दिया और उनकी बहादुरी और बलिदान को याद किया। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि बहुत कम उम्र में ही वे अपने विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहे तथा अपने साहस से पीढ़ियों को प्रेरित किया। पीएम मोदी ने कहा कि उनका (‘साहिबजादों’ ) बलिदान वीरता और अपने मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, ‘आज वीर बाल दिवस पर हम साहिबजादों की अद्वितीय बहादुरी और बलिदान को याद करते हैं। कम उम्र में ही वे अपने विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहे और अपनी हिम्मत से पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनका बलिदान वीरता और अपने मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है। हम माता गुजरी जी और गुरु गोबिंद सिंह जी की बहादुरी को भी याद करते हैं। वीर बाल दिवस पर हम साहिबजादों की अद्वितीय वीरता और बलिदान को याद करते हैं। छोटी सी उम्र में ही वे अपने विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहे और अपने साहस से पीढ़ियों को प्रेरित करते रहे। उनका बलिदान वीरता और अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है। प्रधानमंत्री मोदी आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रव्यापी वीर बाल दिवस समारोह में भाग लेंगे और सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान का शुभारंभ करेंगे। पीएमओ की एक विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान का शुभारंभ करेंगे जिसका उद्देश्य पोषण संबंधी सेवाओं के कार्यान्वयन को मजबूत करके और सक्रिय सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करके पोषण संबंधी परिणामों और कल्याण में सुधार करना है। युवाओं को जोड़ने, इस दिन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और राष्ट्र के प्रति साहस और समर्पण की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए देश भर में कई पहल की जाएंगी। स्कूलों, बाल देखभाल संस्थानों और आंगनवाड़ी केंद्रों में कहानी सुनाना, रचनात्मक लेखन और पोस्टर बनाने जैसी दिलचस्प गतिविधियां की जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) के विजेता भी मौजूद रहेंगे। 9 जनवरी, 2022 को पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को साहिबजादों (गुरु गोविंद सिंह के बेटों) के साहस और न्याय की उनकी खोज को श्रद्धांजलि के रूप में ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।


