बेकाबू होती भीड़ : बच्चा चोरी की अफवाह में भीड़ द्वारा लगातार कानून हाथ में लेने की घटनाओं में इजाफा

आजकल बिहार में बच्चा चोरी के अफवाहों के चलते कई लोंगो के साथ मारपीट किए जाने, यहां तक की ऐसे शिकार को जान से हाथ गंवा देने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। राज्य में आये दिन बच्चा चोर समझकर मॉब लींचिंग की घटनाएं सुनने को मिल रही है। समस्तीपुर से संजय ज्योति की रिपोर्ट : 
बिहार के कई जिलों में बच्चा चोर गिरोह के अफवाह से कई बेगुनाहों की जान सांसत में है। भीड़ द्वारा जगह जगह बच्चा चोर बताकर लोंगों को पीटा जा रहा है। दिन प्रतिदिन हो रही इस तरह की घटना से पुलिस की नींद उड़ी हुई है। कानून व्यवस्था के लिए मुश्किल खड़ी हो रही है। सरकार को भी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ धरपकड़ अभियान छेड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। पुलिस गिरफ्तारियां कर एवं एफआईआर दर्ज़ कर के संदेश देने की कोशिश कर रही है, लेकिन मानवता को शर्मसार कर देने वाली ये घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है।
ताज़ा घटनाओं में बिहार के समस्तीपुर जिले के  बंगरा थाना क्षेत्र के मुन्नीचक सरसौना में एक मामले में दो  इंजिनीयर इसका शिकार हो गए। रेलवे के लाइन बिछाने के कार्य का सर्वेक्षण करने आए दोनों इंजीनियर को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर जमकर दौड़ा दौड़ा कर पीटा और फिर उन्हें पेड़ से बांध कर पिटाई की। दोनों इंजीनियर अपना आई कार्ड, पैन कार्ड दिखाकर भीड़ से उन्हें छोड़ देने की मिन्नत करते रहे लेकिन भीड़ ने एक न सुनी। ग्रामीणों ने दोनों इंजीनियरों का मोबाइल भी छीन लिया। दोनों इंजीनियर्स और रेलवे कर्मी समस्तीपुर से भगवानपुर नई रेल लाइन बिछाने को लेकर मुन्नीचक-सरसौना गांव में सर्वेक्षण का काम कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया और दोनों की जान बचाई। दोनों  इंजीनियर उत्तराखंड के रुड़की के रहने वाले थे। वहीं विद्यापति प्रखंड के गढ़सिसई पंचायत के प्यारेपुर चौक के निकट रविवार देर शाम लोगों की भीड़ ने एक अधेड़ को बच्चा चोर होने की अपवाह पर पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंचे स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भीड़ के हत्थे चढ़े उक्त अधेड़ को छुड़ा कर अपने घर पर रखा। उसके बाद पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उक्त अधेड़ को अपने कब्जे में लिया। हालांकि इसके लिए पुलिस को  काफी मशक्कत करनी पड़ी। भीड़ का आक्रोश और उबल गया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस जीप को निशाना बना क्षतिग्रस्त कर दिया। किसी तरह एएसआई सुनील कुमार राय के नेतृत्व में पुलिस बल अधेड़ को थाने लायी। थानाध्यक्ष राजा ने बताया कि भीड़ की हिंसा का शिकार हुआ अधेड़ मानसिक रूप से विक्षिप्त है। वह ठीक से अपना नाम पता भी नहीं बता पा रहा है। मोरवा प्रखंड के हलाई थाना क्षेत्र के वरुणा पुल के समीप में एक महिला को बच्चा चोर की शंका में भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी, बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि कुछ बच्चे खेल रहे थे तभी उक्त महिला उसे ले जाने का प्रयास करने लगी। इस पर बच्चे चिल्लाने लगे। हल्ला सुनकर ग्रामीण दौड़े और महिला को पकड़ पिटाई शुरू कर दी।
सूचना पर पहुंचे थाना अध्यक्ष संदीप कुमार पाल ने भीड़ से छुड़ाकर उसे अपने कब्जे में लिया। थाना अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस को प्रारंभिक जांच में महिला विक्षिप्त लग रही है। महिला के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी है। उसकी पहचान पटोरी के एक गांव की रहने वाली के रूप में की गयी है। उक्त महिला के परिजनों को इसकी सूचना दी गई है।  महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है।  वही पूसा थाना क्षेत्र के बथुआ गांव में लोंगों ने अधेड़ महिला को बच्चा चोर समझ लिया और जमकर पिटाई की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने  उसे भीड़ से बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
अंगारघाट थाना क्षेत्र के चैता दक्षणी गांव के बबाली चौक पर बच्चा चोरी करने के शंका में लोगों ने एक युवक को पकड़ लिया। बाद में लोगो ने आरोपी को बिजली के खम्भा में बांध कर धुनाई की। इस बीच अंगारघाट पुलिस के पहुंचने पर लोगों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। थानाध्यक्ष आफताब आलम के अनुसार, पुलिस की तत्परता से आरोपी को लोगों के आक्रोश झेलने से समय रहते बचा लिया गया, अन्यथा उसे लोग मार देते।

About Post Author

You may have missed