अभी तो बस शुरुआत है, आगे चार और विधायक छोड़ेंगे महागठबंधन का साथ : जीतनराम मांझी

पटना। बिहार की राजनीति में पाल बदल का दौर जारी है। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान दूसरी बार महागठबंधन के विधायक अपनी-अपनी पार्टियों को छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए। पहले नीतीश सरकार के विश्वास मत के दौरान राजद के तीन विधायक एनडीए में आ गए। फिर मंगलवार को महागठबंधन के तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने फिर दावा किया है उन्होंने कहा है कि कांग्रेस और राजद के चार विधायक कभी भी पाला बदलकर एनडीए में शामिल हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि लालू, कांग्रेस और महागठबंधन से इन विधायकों का मोहभंग हो गया है। मंगलवार को बिहार की राजनीति में उस समय बड़ा उलट फेर देखा गया जब कांग्रेस के दो और राजद के एक विधायक गले में भगवा पट्टा लटका कर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ विधानसभा में दाखिल हुए। किसी को इसका अंदाजा पहले से नहीं था कि कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ सौरव और मुरारी गौतम तथा राजद की विधायक संगीता कुमारी बीजेपी में चले जाएंगे। इस घटना से बिहार के सियासत में आग लगी है। इस बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने बड़ा दावा किया है। मांझी ने कहा है कि महागठबंधन के चार विधायक कभी भी एनडीए में शामिल हो सकते हैं। एक खेल हो चुका है लेकिन बड़ा खेला होना अभी बाकी है। जो विधायक एनडीए में आएंगे उनमें से दो राजद के और दो कांग्रेस के हैं। हालांकि, उन्होंने उनके नाम का खुलासा नहीं किया। अपने बयान में जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। कहा कि बिहार के लिए यह बहुत अच्छा हुआ कि नीतीश कुमार ने एनडीए से हाथ मिला लिया। सरकार अपराधी और माफिया तत्वों का सफाया करने में लगी है। नीतीश जी अच्छा काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने 12 फरवरी को सदन में अपना विश्वास मत पेश किया था उसी दिन आरजेडी विधायक प्रहलाद यादव, नीलम देवी और चेतन आनंद ने राजद छोड़ दिया और एनडीए में शामिल हो गए। उसके मंगलवार को तीन विधायक मुरारी गौतम, सिद्धार्थ सौरव और संगीता कुमारी महागठबंधन छोड़कर बीजेपी के खेमे में आ गए। जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस ने पाला बदली करने वाले अपने दोनों विधायकों को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है।

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