प्रधानमंत्री कब सुनेंगे अभ्यर्थियों की मन की बात : राहुल शर्मा

पटना। JDU के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक राहुल शर्मा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री केवल अपने मन की बात करते है, परंतु उन लाखों अभ्यर्थियों की मन की बात कब सुनेंगे जिन्होंने भर्ती का मौका भी खो दिया। उन माताओं की मां कि बात कब पहुँचेगी। जिनकी कोख सुनी हो गई क्योंकि उन्होंने आत्महत्या कर ली। वही आगे राहुल ने कहा कि जो जवान सेवा के दौरान शहीद हो जाएँगे उनको सरकार आर्थिक लाभ देने की बात करते है, परंतु उनके माता, पीता, बहनों और परिवार का क्या होगा? अग्निवीर योजना लागू होने के बाद उन लोगों को अनुकम्पा का लाभ भी नहीं मिलेगा, इसे लेकर भी वहां काफी क्षोभ है। उन्होंने कहा की आजादी के बाद 75 वर्षों तक सेना में ठेके पर ‘अग्निपथ’ व्यवस्था लागू नहीं थी। सेना में भर्ती होने के बाद 75% सैनिकों की छँटनी नहीं होती थी लेकिन संघ की कट्टर जातिवादी सरकार अब जाति/धर्म देखकर 75% सैनिकों की छँटनी करेगी। वही अग्निपथ योजना के तहत 75 प्रतिशत युवाओं का अनुबंध चार साल बाद पूरा हो जाएगा। केंद्र सरकार 4 साल के बाद युवाओं को बेरोजगार छोर देगी। चार साल के बाद युवाओं को पेंशन और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे।

यह बाकी सरकारी नौकरियों की तुलना में बेहद कम ही नहीं असम्मानजनक है। उन्होंने सरकार से सवाल पूछा की क्या सरकार बीते 3 साल के दौरान आयु सीमा पार कर चुके युवाओं को कुछ छूट देकर सेना में भर्ती होने का मौका क्यों नहीं दे रही है? बिहार में नीतीश जी के नेतृत्व में बहुत वेकेंसी है केंद्र सरकार बताएं उनके यहाँ पर बहाली क्यूँ नहीं की जा रही है, साथ ही उनके भ्रामक एवं अनर्गल बयानबाजी की चर्चा करते हुए कहा कि अगर BJP को ‘बड़का झुट्ठा पार्टी’ कहा जाये तो संभवतः गलत नहीं होगा। वही उन्होने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में राज्य में जिस प्रकार रोजगार दिया जा रहा है, वैसा केंद्र सरकार क्यू नहीं दे रही है? यही कारण है कि हमारे नेता नीतीश जी के नेतृत्व में 2024 में वेकेंसी क्रिएट की जाएगी इसलिए BJP को बेचैनी हो रही है। वही उन्होने कहा कि केंद्र सरकार के ग्रुप-डी और क्लास-4 के कर्मचारियों की सैलरी भी 31 हजार है जबकि इन कान्ट्रैक्चुअल सैनिकों का वेतन 30 हजार रखा गया है। मोदी सरकार क्लास-4 के कर्मचारियों से भी कम वेतन देकर ये कैसे सैनिकों की भर्ती कर रही है।

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