December 8, 2025

पटना में यात्रियों के लिए शुरू हुआ मेट्रो, लोग बोले- बिहार के विकास पर हुआ गर्व, चुनावी असर नहीं पड़ेगा

पटना। बिहार की राजधानी पटना ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक पल देखा जब पटना मेट्रो सेवा को आम जनता के लिए शुरू कर दिया गया। यह दिन राज्य के विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में दर्ज हो गया। सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक मेट्रो की सेवा चालू रहेगी। पहले ही दिन यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। लोग सुबह-सुबह ही मेट्रो स्टेशन पहुंचकर इस नई यात्रा का अनुभव लेने के लिए उत्सुक दिखाई दिए।
मेट्रो की पहली सवारी का रोमांच
पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोगों ने पटना मेट्रो की पहली सवारी की। कई लोग सिर्फ इस अनुभव के लिए विशेष रूप से स्टेशन पहुंचे। उनमें से एक युवती ने बताया कि उसने इस मौके को यादगार बनाने के लिए स्कूल भी बंक कर दिया। उसने कहा कि उसे बहुत गर्व और खुशी हो रही है क्योंकि यह बिहार के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। अक्सर लोग यह कहते थे कि बिहार कभी विकसित नहीं हो सकता, लेकिन अब यह मिथक टूट चुका है। युवती ने बताया कि उसके दोस्त अक्सर दिल्ली या मुंबई जैसी मेट्रो सिटीज का जिक्र करके चिढ़ाते थे, लेकिन अब पटना भी मेट्रो सिटी की श्रेणी में शामिल हो गया है।
जनता की भावनाएं और गर्व का एहसास
मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों ने इसे बिहार के लिए गौरव का क्षण बताया। एक अन्य यात्री ने कहा कि पटना में मेट्रो चलना अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने बताया कि वे सुबह आठ बजे ही स्टेशन पहुंच गए थे ताकि भीड़ से पहले मेट्रो का अनुभव ले सकें। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन बहुत साफ-सुथरी है और व्यवस्था भी बेहतरीन है। लोगों का कहना था कि बिहार के नागरिकों को इस मेट्रो को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी खुद उठानी चाहिए ताकि यह व्यवस्था लंबे समय तक बनी रहे।
चुनावी माहौल में मेट्रो का शुभारंभ
पटना मेट्रो का उद्घाटन चुनावी माहौल में हुआ है, जिससे यह सवाल उठने लगे कि क्या इस परियोजना का चुनावों पर असर पड़ेगा। लेकिन यात्रियों ने इस पर अलग दृष्टिकोण व्यक्त किया। कई लोगों का मानना है कि मेट्रो की शुरुआत से लोगों को भले ही सुविधा मिली है, लेकिन इसका कोई खास राजनीतिक असर नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि जनता जिसे वोट देना चाहती है, वह अपने विचार और मुद्दों के आधार पर ही देगी।
बिहार के विकास की प्रतीक परियोजना
पटना मेट्रो केवल एक यातायात साधन नहीं, बल्कि यह बिहार की प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गया है। लंबे समय से बिहार को पिछड़े राज्य की छवि के साथ जोड़ा जाता रहा है। लेकिन अब स्थिति बदल रही है। राज्य सरकार के प्रयासों और केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार में अधोसंरचना विकास की रफ्तार तेज हुई है। मेट्रो परियोजना इसका एक सशक्त उदाहरण है। इससे न केवल राजधानी पटना का यातायात सुधरेगा, बल्कि राज्य की छवि भी सकारात्मक रूप से बदलेगी।
स्वच्छता और नागरिक जिम्मेदारी
यात्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि मेट्रो को साफ-सुथरा रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। शुरुआत में ही डिब्बे और स्टेशन चमकते नजर आए। लोगों ने अपील की कि सभी यात्री मेट्रो की स्वच्छता और अनुशासन का ध्यान रखें। यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि जनता का भी कर्तव्य है कि वे इस सुविधा को बनाए रखें।
नई उम्मीदों का आगाज़
पटना मेट्रो की शुरुआत ने बिहारवासियों के मन में नई उम्मीदें जगाई हैं। अब लोगों को यह भरोसा हुआ है कि उनका राज्य भी आधुनिक सुविधाओं से लैस हो सकता है। कई लोगों का कहना है कि यह शुरुआत है, आगे और भी विकास कार्य होंगे। मेट्रो की पहली यात्रा सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि यह बिहार के बदलते चेहरे की कहानी है। पटना मेट्रो की शुरुआत ने बिहार के विकास की दिशा में नई ऊर्जा का संचार किया है। इसने यह साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयास से कोई भी राज्य पीछे नहीं रह सकता। आज पटना के लोग गर्व से कह सकते हैं कि उनका शहर भी देश के विकसित शहरों की कतार में शामिल हो गया है। अब यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि इस सुविधा को सम्मान के साथ उपयोग करें, स्वच्छ रखें और बिहार के विकास में अपनी भूमिका निभाएं। पटना मेट्रो सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि यह बिहार की प्रगति की रफ्तार है जो अब थमने वाली नहीं।

You may have missed