बिहार की चर्चित पूर्व मेयर हत्याकांड के विरोध में मुजफ्फरपुर में कई जगह प्रदर्शन, सरकारी कार्यक्रम भी स्थगित

मुजफ्फरपुर। बिहार की चर्चित पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड के बाद मुजफ्फरपुर वासियों में भारी जन आक्रोश देखा जा रहा है। रविवार की शाम प्रतिबंधित हथियारों से लैस रहे हथियारबंद अपराधियों ने उनके वाहन को टारगेट कर दर्जनों गोली मारकर समीर कुमार और उनके ड्राइवर को मौत की नींद सुला दिया था। इस घटना से आक्रोषित लोग सोमवार सुबह से लोग सड़क पर उतर कर कई स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थानीय लोग पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर पूर्व मेयर के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री का भी पुतला दहन किया। विरोध में मोतीपुर प्रखंड के जसौली पंचायत के ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी। मोतीपुर देवरिया जसौली कांटा रोड को भी जाम कर दिया है। मुजफ्फरपुर में काजी मुहम्मदपुर थाना क्षेत्र के एलएस कॉलेज गेट पर जाम किया गया है। इसके साथ ही व्यवसायियों ने भी विरोध करते हुए अपनी दुकाने बंद रखी है। लोगों के भारी विरोध के बाद मुजफ्फरपुर में पूर्व में आयोजित सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। वहीं, सोमवार को आयोजित युवा महोत्सव कार्यक्रम को जिलाधिकारी मो. सोहैल के आदेश के आलोक में स्थगित कर दिया गया है। इस हत्याकांड के बाद पूरे मुजफ्फरपुर में दहषत का माहौल देखा जा रहा है। साथ ही मुजफ्फरपुर की सड़कें व गलियों में वीरानगी छायी हुई है।


पुलिस को मिले हैं अहम सुरागः पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके ड्राइवर की हत्या मामले में पुलिस की जांच जारी है। इस मामले में एसएसपी हरप्रीत कौर ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी है कि पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं। इसकी जांच की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज से कई जानकारी सामने आयी है। हालांकि, उन सभी के बारे में गहन जांच के बाद ही बताया जा सकेगा। एसएसपी ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियारों के पहचान के लिए एसएफएल की टीम को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि 20 के करीब गोलियां कार के शीशे में लगी पायी गयी है।
गौरतलब हो कि रविवार देर शाम मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके ड्राइवर को अपराधियों ने एके-47 से भूनकर हत्या कर दी थी। 50 से अधिक गोलियां मेयर को लक्ष्य कर दागी गयी थीं। जिसमें कुछ उन्हें लगीं और कुछ ड्राइवर को लगी थी, जिससे दोनों की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी थी। गोली सर पर लगने के कारण उनकी पहचान करना भी मुष्किल था। घटना के घंटे भर बाद उनकी पहचान की पुष्टि पुलिस ने की थी। घटना के बाद अपराधी हथियार लहराते हुए भाग गये। समीर मुजफ्फरपुर के सार्वजनिक जीवन में काफी पॉपुलर थे. वे राजनीति में भी सक्रिय थे और जल्द ही कांग्रेस में शामिल होकर सक्रिय राजनीति में शामिल होने वाले थे।

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