ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल का वनडे क्रिकेट से संन्यास, टीम हित में लिया फैसला, टी-20 खेलते रहेंगे

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज़ और बहुआयामी खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। उन्होंने यह निर्णय टीम के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया है। हालांकि, वे टी-20 फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे।ग्लेन मैक्सवेल ने साल 2012 में अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था और बीते 12 वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई टीम के अहम सदस्य रहे हैं। अपने 149 वनडे मुकाबलों में मैक्सवेल ने 33.81 की औसत से कुल 3,990 रन बनाए हैं। खास बात यह रही कि उनका स्ट्राइक रेट 126.70 रहा, जो वनडे इतिहास में दूसरा सबसे तेज़ है। इस मामले में वे केवल वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल से पीछे हैं। मैक्सवेल केवल एक आक्रामक बल्लेबाज ही नहीं बल्कि एक उपयोगी गेंदबाज और फुर्तीले क्षेत्ररक्षक भी रहे हैं। उन्होंने वनडे फॉर्मेट में 77 विकेट लिए और 91 शानदार कैच पकड़े। टीम के लिए उनका योगदान बहुआयामी रहा है। अपनी इस घोषणा के बारे में बात करते हुए मैक्सवेल ने ‘फ़ाइनल वर्ड पॉडकास्ट’ पर कहा कि उन्होंने यह निर्णय चयनकर्ताओं के अध्यक्ष जॉर्ज बेली से चर्चा के बाद लिया। उन्होंने कहा, “हमने 2027 वर्ल्ड कप के बारे में बात की और मैंने महसूस किया कि मैं वहां तक नहीं जा पाऊंगा। बेहतर होगा कि अब मेरी जगह टीम भविष्य के खिलाड़ियों को अवसर दे। उन्होंने आगे कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि जब तक मुझे लगेगा कि मैं टीम को योगदान दे रहा हूं, मैं खेलता रहूंगा। लेकिन मैं केवल स्वार्थवश खेलते रहना नहीं चाहता। मुझे लगने लगा था कि मेरा शरीर अब वनडे फॉर्मेट की मांगों के अनुरूप नहीं चल पा रहा है और मैं टीम को निराश कर रहा हूं। इसलिए मैंने यह निर्णय लिया।मैक्सवेल के इस फैसले को विशेषज्ञों ने भी एक सकारात्मक और जिम्मेदार कदम बताया है। उनका मानना है कि यह कदम युवाओं के लिए नए अवसरों का द्वार खोलेगा और टीम के पुनर्निर्माण में सहायक सिद्ध होगा। मैक्सवेल की गिनती उन चुनिंदा खिलाड़ियों में होती है, जो मैच का रुख अकेले पलटने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कई बार कठिन परिस्थितियों में अपनी टीम को जीत दिलाई है। उनकी 360 डिग्री स्टाइल और आक्रामक बल्लेबाजी क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा यादगार रहेगी। हालांकि वे वनडे क्रिकेट से विदा ले चुके हैं, लेकिन टी-20 फॉर्मेट में अभी भी उनका जलवा देखने को मिलेगा। क्रिकेट जगत को उम्मीद है कि ग्लेन मैक्सवेल अपनी विस्फोटक शैली और अनुभव के दम पर इस प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
