पटना में अपार्टमेंट के गार्ड की हत्या के विरोध में लोगों का जबरदस्त हंगामा : शव रख पटना-खगौल मुख्य मार्ग को किया जाम, दरोगा को बंधक बनाकर पीटा

आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर की आगजनी, मृतक के परिजन व ग्रामीणों को बिना बताए शव उठाकर ले गई पुलिस

फुलवारीशरीफ। फुलवारी शरीफ के करोड़ी चक गांव में एक 40 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या के विरोध में नाराज ग्रामीणों ने शव को पटना खगौल मुख्य मार्ग पर रख कर घंटों आगजनी करते हुए जमकर बवाल काटा। इस दौरान पुलिस प्रशासन और राहगीरों को आक्रोशित लोगों ने अपना निशाना बनाया। कई वाहनों में तोड़फोड़ कर राहगीरों की भी पिटाई की गई। इतना ही नहीं गांव में समझाने गए पुलिस टीम को बंधक बनाकर एक दरोगा की भी महिलाओं ने जमकर पिटाई की। वही हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है । करोड़ी चक गांव के लोगों का कहना है कि 1 साल में पाल समाज के 3 लोगों की हत्या हो गई लेकिन पुलिस प्रशासन अभी तक कितनी भी हत्याकांड को नहीं सुलझा पाई। इतना ही नहीं पहले हुई दो लोगों की हत्या में जिन लोगों को नामजद कराया गया उन्हें गिरफ्तार करने में पुलिस असफल रही है। वही करीब 4 घंटे तक सड़क जाम के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक गोपाल रविदास की मदद से पुलिस प्रशासन ने मृतक के परिवार वालों को मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया और हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिला कर सड़क जाम हटाया। बता दे की पटना के करोड़ी चक इलाके में शनिवार की अर्ध रात्रि में एक 40 वर्षीय शख्स की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी। अपराधियों ने शख्स के शरीर में दो गोलियां उतार दी जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वही सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने थाना पुलिस मृतक के शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर सुबह-सुबह ग्रामीणों ने गली में बिखरा हुआ खून और गोली का दो खोखा देखा तो उग्र हो गए। जब ग्रामीणों को पता चला ईसी गांव के रहने वाले रामाश्रय पाल के बेटे जितेंद्र पाल उर्फ फेकन पाल की रात में अपराधियों ने हत्या कर दी और फरार हो गए। वहीं मृतक के परिजन व ग्रामीण इस बात से खफा हो गये कि रात में जब प्रशासन डेड बॉडी लेकर गई तो परिजनों और ग्रामीणों को खबर क्यों नहीं किया।

गांव वालों का कहना है कि पुलिस कह रही है कि किसी ने फोन कर सूचना दिया यहां हत्या हो गई है। आखिर कौन थे वो लोग जो पुलिस को सूचना दिया कि हत्या हो गई है। वही गांव वालों ने आरोप लगाया कि अपराधियों ने ही हत्या के बाद पुलिस को खबर कर दी और फरार हो गए। इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही से लोग गांव में हो हंगामा करने लगे। वही सुबह-सुबह गांव वालों के हो हंगामे की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को लोगों ने गली में घेर लिया। इस दौरान एक दरोगा लड़खड़ा कर एक महिला के ऊपर गिर गया।  इसके बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा भड़क गया और दरोगा की जमकर पिटाई कर दी। करीब पौने घंटे तक ग्रामीणों ने पुलिस टीम को बंधक बनाए रखा। इसके बाद थानाध्यक्ष एकरार अहमद दल बल के साथ पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर वहां से बंधक बने पुलिसकर्मियों को छुड़ाया। इसके बाद पोस्टमार्टम से वापस शव के पहुंचते ही परिजनों और ग्रामीणों ने पटना खगौल मुख्य मार्ग में खोजा इमली के पास टायर जलाकर आगजनी करते हुए सड़क जाम कर हंगामा करने लगे। सड़क जाम स्थल के पास ही नेता के डेड बॉडी के पास मृतक की पत्नी अपने तीन दूध में है बच्चों को लेकर विलाप करने लगी इसके बाद पूरा माहौल गमगीन हो गया जितेंद्र पाल की हत्या के बाद उसकी मां शकुंती देवी पिता रामाश्रय पाल पत्नी रेखा देवी समेत पूरे परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल होने लगा। जितेंद्र पाल की हत्या के लिए पुलिस की लापरवाही और बगैर परिजनों को खबर किए ही शव को उठा कर ले जाने से नाराज ग्रामीणों ने मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चों और पत्नी की परवरिश के लिए मुआवजे की मांग करने लगे। इसके अलावा सड़क जाम कर रहे लोग अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कई घंटों तक बवाल काटा। वॉइस सड़क जाम कर रहे लोगों ने बताया कि 1 साल में करोड़ी चक में पाल समाज के 3 लोगों की हत्या हो गई लेकिन पुलिस किसी भी हत्याकड को नहीं सुलझा पाई है। वही सड़क जाम से इस मार्ग पर अनिसाबाद से लेकर फुलवारी शरीफ तक हजारों वाहन फँस गए। सड़क जाम से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

वह सड़क जाम के बीच एक ऑटो सवार कुछ लोग इमरजेंसी का हवाला देकर आगे बढ़ने लगे तो जाम में शामिल युवाओं ने औटो में तोड़फोड़ करते हुए सवारियों की भी पिटाई कर दी। घंटों सड़क जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे गर्दनीबाग थानाध्यक्ष की भी लोगों ने नहीं सुनी और जाम हटाने से इनकर कर दिया। मृतक जितेंद्र पाल के ममेरा भाई महिमा शंकर ने बताया कि जितेंद्र पाल पहले गार्ड का काम करता था लेकिन कुछ दिनों से गार्ड की नौकरी छोड़कर खेतों में मजदूरी का काम कर रहा था। घटना के बारे में ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि जितेंद्र कुमार पाल शराब पिने का आदी था। शनिवार की देर रात करोड़ी चक गांव में दो गुटों में मारपीट हुई थी। इस मारपीट के दौरान वहां जितेंद्र पाल उर्फ फेकन पाल मौजूद था। उस घटना के बाद उसी इलाके में पुलिस को फेकन पाल की लाश गोली मारकर हत्या कर फेंका हुआ मिला है। ग्रामीणों ने बातचीत के क्रम में बताया कि जितेंद्र पाल के 3 बच्चों में दो बेटा एवं एक बेटी थी। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस परिजनों के आवेदन के आधार पर तहकीकात करेगी। पुलिस का कहना है कि जितेंद्र पाल उर्फ़ फेकन पाल पहले अपराधी प्रवृत्ति का रहा है और जेल भी जा चुका है। पुलिस टीम पुरानी दुश्मनी समेत तमाम पहलुओं पर तहकीकात कर जितेंद्र पाल हत्याकांड को जल्द सुलझाने का दावा कर रही है।

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