November 21, 2025

मुजफ्फरपुर में भीषण अग्निकांड, एक दर्जन से अधिक घर जले, लोग हुए बेघर

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक दर्दनाक अग्निकांड में लगभग एक दर्जन से अधिक घर जलकर खाक हो गए, जिससे कई परिवार बेघर हो गए और लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ। यह घटना मोतीपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 19 स्थित मांझी टोला में देर रात घटी। आग की लपटों ने घरों और उनमें रखे सामान को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया, जिससे प्रभावित परिवारों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है। आग लगने की घटना देर रात हुई, जब लोग भोजन के बाद अपने घरों में सो रहे थे। अचानक फैली आग ने पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मचा दी। स्थानीय लोगों के अनुसार, आग संभवतः दरवाजे के पास जलती हुई चिंगारी से भड़की। आग इतनी भीषण थी कि उसने देखते ही देखते 16 घरों को राख में तब्दील कर दिया। पीड़ितों में से एक, आनंदी मांझी ने बताया कि वे परिवार सहित सो रहे थे, जब अचानक आग ने घर को घेर लिया। आग में उनके घर का सारा सामान जलकर खाक हो गया। इस घटना में बालेंद्र मांझी की बेटी की शादी के लिए रखा गया सारा सामान भी नष्ट हो गया। इसके अलावा, इस अग्निकांड में कई बकरियां भी जलकर मर गईं, जिससे पीड़ितों का नुकसान और बढ़ गया। घटना की सूचना मिलने पर अग्निशामक दल और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने भी पानी डालकर और बाल्टी भरकर आग बुझाने में मदद की। आग पर नियंत्रण पाने के बाद राहत सामग्री का वितरण शुरू किया गया। प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और प्रभावित परिवारों की मदद के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। नुकसान के आकलन के लिए अधिकारियों की एक टीम को भेजा गया है। हालांकि अभी तक नुकसान की सही राशि का अंदाजा नहीं लगाया जा सका है, लेकिन यह तय है कि नुकसान लाखों रुपये में है। अग्निकांड के बाद पीड़ित परिवारों के पास न तो रहने के लिए घर बचा और न ही खाने-पीने का सामान। वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों के लिए यह घटना किसी बड़े आघात से कम नहीं है। बालेंद्र मांझी और अन्य पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से पुनर्वास और मुआवजे की मांग की है। आग लगने की प्राथमिक वजह चूल्हे या जलती चिंगारी को माना जा रहा है। यह घटना एक बार फिर बताती है कि आग से सुरक्षा के लिए सतर्कता कितनी जरूरी है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। मुजफ्फरपुर का यह अग्निकांड प्रभावित परिवारों के लिए त्रासदी है। प्रशासन को राहत और पुनर्वास कार्यों को तेजी से अंजाम देना चाहिए, ताकि पीड़ित परिवारों को इस संकट से उबारा जा सके। इसके साथ ही, इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए समुचित उपाय किए जाने चाहिए।

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