पटना में गर्ल्स हॉस्टल में लगी भीषण आग, घंटों की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड ने पाया काबू, बचाई गई लड़कियां

पटना। बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में स्थित चकारम इलाके के पंखुड़ी गर्ल्स हॉस्टल में एक भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। इस आग ने न केवल हॉस्टल की इमारत को प्रभावित किया, बल्कि वहां रह रही छात्राओं को भी खतरे में डाल दिया। यह घटना उस समय हुई जब अधिकतर लड़कियां अपने कमरों में आराम कर रही थीं।घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट अपनी टीम के साथ समय पर मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों का नेतृत्व किया। बताया गया कि जिस बिल्डिंग में यह हॉस्टल चल रहा था, वह तीन मंजिला (G+3) थी और आग हॉस्टल वाले फ्लोर पर लगी थी। रिपोर्ट के अनुसार, हॉस्टल के एक कमरे में एक लड़की ने दिया जलाकर छोड़ दिया था, जिसके कारण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि लकड़ी से बने केबिन और उसमें रखे सामान पूरी तरह जलकर खाक हो गए। रूम में बनाए गए केबिन लकड़ी से बनाए गए थे, जिसमें छात्राएं रह रही थीं। जैसे ही आग फैली, वहां अफरा-तफरी मच गई। उस वक्त रूम में कुल 15 लड़कियां मौजूद थीं, जिनमें से 13 को अग्निशमन कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बाकी दो लड़कियां भी खुद सुरक्षित बाहर आ गईं। हॉस्टल की एक छात्रा नेहा कुमारी ने बताया कि दिया जलाकर छोड़ने के कारण ही यह दुर्घटना हुई। सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई और सभी छात्राएं सुरक्षित हैं, लेकिन उनके जरूरी सामान जैसे किताबें, बिस्तर आदि पूरी तरह जल गए। फायर ब्रिगेड की ओर से छह बड़ी गाड़ियों और हाइड्रोलिक उपकरणों की मदद से आग बुझाने का काम किया गया। वहीं, स्थानीय थाना प्रभारी सदानंद शाह ने बताया कि थाने को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, तुरंत फायर कंट्रोल रूम को सूचित किया गया और राहत कार्य तेजी से शुरू कर दिए गए। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि हॉस्टल जैसे स्थानों पर आग से बचाव के पुख्ता इंतजाम होना अत्यंत जरूरी है। छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और हॉस्टल प्रबंधन को मिलकर गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
