दरभंगा में लोहे के रॉड से विवाहिता की हत्या, दहेज के लिए वारदात, आरोपी पति गिरफ्तार
मृतका की फाइल फोटो
दरभंगा। जिले से एक बार फिर दहेज हत्या का दर्दनाक मामला सामने आया है, जिसने समाज को झकझोरकर रख दिया है। नेपाल जनकपुर की रहने वाली 30 वर्षीय विवाहिता तुलसी ठाकुर की उसके पति ने बेरहमी से हत्या कर दी। घटना नेहरा थाना क्षेत्र की है, जहां मृतका के पिता पवन ठाकुर की शिकायत पर पुलिस ने मृतका के पति रजनीश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया।
घटना कैसे घटी
पुलिस और परिवार वालों के अनुसार, रविवार शाम को तुलसी ठाकुर पर उसके पति रजनीश ठाकुर ने लोहे के मूसल और चाकू से हमला किया। पहले उसके सिर पर लोहे के मूसल से वार किया गया, फिर गर्दन पर कई बार चाकू से प्रहार किए गए। घटना के बाद उसे गंभीर हालत में मधुबनी जिले के सकरी स्थित रामशीला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत को देखते हुए तत्काल डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। लेकिन दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचने से पहले ही तुलसी ने दम तोड़ दिया।
शादी के बाद से जारी प्रताड़ना
मृतका के पिता पवन ठाकुर ने बताया कि उनकी बेटी की शादी करीब 16 साल पहले रजनीश ठाकुर के साथ हुई थी। शादी के कुछ ही महीने बाद तुलसी ने बताया था कि उसका पति और ससुराल वाले लगातार दहेज की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। पवन ने कहा कि यह उत्पीड़न सालों तक चलता रहा। तीन साल पहले लगातार मारपीट और झगड़े से परेशान होकर तुलसी मायके जनकपुर लौट आई थी। हालांकि कुछ महीने बाद रिश्ता सुधारने के बहाने उसे वापस ससुराल भेज दिया गया। लेकिन वहां भी परिस्थितियां नहीं बदलीं और वह लगातार प्रताड़ना सहती रही।
परिजनों के गंभीर आरोप
तुलसी के पिता का आरोप है कि दामाद रजनीश ठाकुर सोने-चांदी का दुकान चलाता है और सनकी स्वभाव का है। उसके पड़ोसियों ने भी पुष्टि की है कि वह अक्सर पत्नी के साथ मारपीट करता रहता था। पवन ठाकुर ने कहा कि उनकी बेटी की हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बेटी तीन बच्चों की मां थी। सबसे बड़ी बेटी वैष्णवी 11 साल की है और दो बेटे वैभव और अंकुर क्रमशः 8 और 5 साल के हैं। दुख की बात यह भी है कि मृतका का छोटा बेटा ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। परिजनों का सवाल है कि अब इन बच्चों का क्या होगा, विशेषकर उस मासूम का जो पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए नेहरा थाना के एसएचओ नीलेश कुमार ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी पति रजनीश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही मृतका के पिता की तहरीर पर सास और ससुर के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मृतका का पोस्टमॉर्टम कराया और सबूत इकट्ठा करने की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है। एसएचओ ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे अभियोजन की तैयारी की जा रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिन धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है, उनमें दहेज उत्पीड़न, हत्या और षड्यंत्र संबंधी प्रावधान शामिल हैं।
समाज में आक्रोश
इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश और दुख का माहौल पैदा कर दिया है। दहेज की मांग के कारण एक महिला की बेरहमी से हत्या ने फिर से इस कुरीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तुलसी की दर्दनाक मौत ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि दहेज का दानव आज भी समाज से खत्म नहीं हुआ है।
बच्चों पर संकट
सबसे दुखद पहलू यह है कि तीन मासूम बच्चे अब मां के साये से वंचित हो गए। एक बच्चा गंभीर बीमारी से जूझ रहा है, जबकि बाकी दोनों भी मानसिक रूप से सदमे में हैं। परिवार के लोग बता रहे हैं कि बच्चों की हालत देखकर पूरे गांव की आंखें नम हो जाती हैं। दरभंगा का यह मामला केवल एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक विफलता की कहानी है। 16 साल पुराने रिश्ते ने अंत में मौत का रूप ले लिया और एक परिवार बर्बाद हो गया। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है। लेकिन यह घटना समाज के लिए एक सवाल छोड़ जाती है कि आखिर कब तक दहेज जैसी कुप्रथाएं मासूम महिलाओं की जान लेती रहेंगी। तुलसी ठाकुर की हत्या ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है कि दहेज प्रथा के खिलाफ सिर्फ कानून नहीं, बल्कि सामाजिक मानसिकता में भी बड़ा बदलाव लाने की जरूरत है।


