December 9, 2025

जीतनराम मांझी ने बढ़ाया सियासी पारा, कहा- अलगाववादियों के साथ भी 50-50 की सरकारें बनीं, हमें ‘तैयार रहना होगा’

पटना। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बिहार एनडीए में एक बार फिर उथल-पुथल मचा हुआ है। जदयू और भाजपा के बीच बयानबाजी तेज है। इस बीच हम पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक ट्वीट कर सियासी गरमी और बढ़ा दी है। भाजपा सांसद छेदी पासवान ने बयान के जरिये दाउद इब्राहिम की एंट्री सियासत में करा दी तो अब हम सुप्रीमो ने अलगाववादी का जिक्र कर सियासी पारा बढ़ा दिया है।
जीतन राम मांझी ने मंगलवार को एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में लिखा कि ‘राज्य के विकास के नाम पर तो अलगाववादियों के साथ भी 50-50 की सरकारें बनीं। वैसे मेरा मानना है कि ‘बिहार के विकास, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, गरीब-गुरबों के मान-सम्मान के लिए अगर हमें किसी से भी हाथ मिलाना हो तो हमें तैयार रहना चाहिए, चाहे वह कोई हो…कोई भी…’ मांझी के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जाने लगे हैं। इसे हाल के उस प्रकरण से भी जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें भाजपा सांसद छेदी पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा था कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के लिए दाउद इब्राहिम से भी हाथ मिला सकते हैं।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में एनडीए के अंदर उथल-पुथल मचा हुआ है। एमएलसी चुनाव के सीट शेयरिंग का मामला हो या फिर जातिगत जनगणना या फिर सम्राट अशोक को लेकर विवाद, भाजपा और जदयू में तल्खी देखने को मिली है। वहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार फिर सियासी गलियारे का विषय बन चुका है।

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