महिला विकास मंच ने संगीला कुमारी हत्याकांड में डीजीपी साहब से लगाई न्याय की गुहार
पटना। दहेज हत्या की शिकर हुई संगीला कुमारी को न्याय दिलाने के लिए महुआ थाना कांड संख्या 266/19 में महिला विकास मंच के एक प्रतिनिधमंडल ने आज डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई और मामले से संबंधित दस्तावेजों के साथ ज्ञापन सौंपा। जिसका संज्ञान लेते हुए डीजीपी (36-44/DGP) ने इस मामले को एडीजी सीआईडी को सौंपा और दो दिनों में जांच रिपोर्ट मांगा। इसके बाद एडीजी सीआईडी ने तत्काल महुआ डीएसपी और आईओ को तलब किया है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महिला विकास मंच की मुख्य संरक्षक वीणा मानवी ने किया, जिनके साथ मंच की सचिव दिव्यानी दुबे,मोतिहारी संयोजक फाहिमा, मीडिया प्रभारी अरूणिमा, बक्सर अध्यक्ष रंजन गुप्ता, रोहतास से सीमा, दानापुर से नीलम, निर्मला गुप्ता, वैशाली महिला अध्यक्ष सोनाली के साथ अजीत, विभा और श्वेता भी मौजूद रहीं।
बाद में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान महिला विकास मंच की मुख्य संरक्षक वीणा मानवी ने बताया कि महुआ के सिंघवारा गांव की संगीला की हत्या महज एक कार के लिए कर दी गई, जो महिला विकास मंच को मीडिया रिपोटर्स, उनके परिजनों और मंच द्वारा किये गए तहकीकात में पता चली है। संगीला का पति रेलवे में कार्यरत है, लेकिन शादी के बाद उसके पूरे परिवार द्वारा संगीला के परिवार पर कार के लिए दवाब बनाया जा रहा था। बाद में उसकी हत्या कर दी गई। पोस्टमार्टम में भी उसके साथ मारपीट की बात सामने आयी, लेकिन स्थानीय डीएसपी ने अपने सुपरवीजन में पैसे लेकर इस मामले में बनाये गए पांच में से चार अभियुक्तों का नाम काट कर हटा दिया। इतना ही नहीं, उनके द्वारा उन धाराओं को भी बदल दिया गया, जिसमें केस दर्ज हुआ था। दहेज हत्या को आत्म हत्या का रूप दिया गया।उन्होंने कहा कि महिला विकास मंच के संज्ञान में जब यह मामला आया, तब मंच ने पूरी जिम्मेवारी के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करने और मृतक संगीला कुमारी को न्याय दिलाने की ठानी। इसके बाद मामले की तहकीकात में पुलिस प्रशासन की कारगुजारियों का पता चला, जिसके शिकायत आज मंच ने अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध अनुसंधान, पटना से केस से संबंधित तमाम दस्तावेजों के साथ लगाई है और मृतक के लिए न्याय की मांग के साथ स्थानीय डीएसपी पर अविलंब कार्रवाई करने की मांग भी की। उन्होंने एक ऑडियो टेप जारी किया है, जिसमें स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी अपनी लापरवाही की बात स्वीकारते मालूम पड़ते हैं और वे कह रहे हैं कि जिन धाराओं में बदलाव किये गए हैं, उसको सही कर दिया जायेगा। यह टेप महिला विकास मंच ने अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध अनुसंधान, पटना को भी सौंपा है।