कोरोना महामारी में भी महावीर कैंसर संस्थान में जारी है रोगियों का इलाज, प्रतिदिन हो रहा है टीकाकरण

फुलवारीशरीफ। भारत के साथ-साथ बिहार में भी लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। एम्स पटना एवं आईजीआईएमएस को कोरोना मरीजों के लिए चिह्नित किया गया है। इस विकट परिस्थिति में महावीर कैंसर संस्थान में कैंसर के मरीजों की इलाज चल रही है जबकि संस्थान के कई चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं। उसके बावजूद वहां के कर्मियों में उत्साह की कमी नहीं हुई है। रोजाना अभी भी 250 से अधिक मरीज रेडियोथेरेपी, 200 से अधिक मरीजों का कीमोथेरेपी एवं 6-7 बड़े आॅपरेशन हो रहे हैं।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एलबी सिंह ने बताया कि प्रतिदिन 500 से अधिक पुराने एवं नये मरीज इलाज के लिए अस्पताल आते हैं। पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी एवं न्यूक्लियर मेडिसीन (पेट स्केन) इत्यादि विभागों में सारी जांचें हो रही हैं। अस्पताल के चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों को कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ा है बल्कि सभी होम आइसोलेशन में रहकर ही ठीक हो रहे हैं एवं 14 दिन बाद पुन: कार्य करने अस्पताल पहुंच जा रहे हैं। साथ ही स्पताल में नये मरीजों के लिए नियमित कोरोना स्क्रीनिंग क्लीनिक चलाया जाता है। अगर चिकित्सक कोरोना की जांच लिखते हैं तो अस्पताल में उनका सैम्पल लेकर एम्स पटना में आरटी-पीसीआर करवाने की सुविधा है। अस्पताल की सफाई एवं सेनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, सर्जिकल मास्क, एन-95 मास्क, पीपीई किट्स एवं अन्य सुविधाएं पूर्ण रूप से उपलब्ध है।
संस्थान में पिछले 4 फरवरी से कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है। जितने भी स्वास्थ्यकर्मी हैं उनको दो डोज का टीका लग चुका है। संस्थान में बाहर से स्थानीय लोग भी हमलोगों के टीकाकरण केन्द्र में प्रतिदिन आते हैं। अभी तक 3529 (फर्स्ट डोज 2489 + सेकेंड डोज 1040) लोगों को टीका लगायी जा चुकी है। 45 वर्ष से अधिक उम्र के कोई भी व्यक्ति आधार कार्ड लेकर संस्थान में कोरोना का टीका मुफ्त में लगवा सकते हैं। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण टीका लेनेवालों में मुस्लिम समुदाय के लोगों की बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों एवं अन्य लोगों को भी आचार्य किशोर कुणाल के निर्देश पर कोरोना मेडिसीन किट मुफ्त में दिया जाता है।

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